Pakistan Flood : पाकिस्तान जहां आर्थिक मोर्चे पर जूझ रहा है। वहीं अब मूसलाधार बारिश ने पाकिस्तान में तबाही मचा दी है। पाक के पंजाब प्रांत में बारिश की वजह से हालात खराब होते जा रहे हैं। भारी बारिश की वजह से लोग परेशान हैं। प्रशासन ने अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए बाढ़ प्रभावित जिलों से पिछले 24 घंटों में अब तक करीब 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
कई गाँव जलमग्न
पंजाब आपातकालीन बचाव सेवा 1122 के प्रवक्ता फारूक अहमद ने बताया कि कसूर, ओकारा, पाकपट्टन, बहावलनगर और वेहारी के कई गाँव जलमग्न हो गए हैं। जिसके कारण लोगों को वहाँ से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार से अब तक जिन इलाकों से लगभग 20,000 लोगों को निकाला गया है, वे सिंधु, चिनाब, रावी, सतलुज और झेलम नदियों के पास हैं। बारिश के कारण अब तक 650 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इलाकों में अलर्ट
अहमद ने बताया कि सतलुज और रावी नदियों के किनारे रहने वाली आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का काम पूरा हो गया है। सतलुज और रावी नदियों के किनारे बसे इलाकों को बारिश से सबसे ज़्यादा खतरा है। कसूर, ओकारा, पाकपट्टन, बहावलनगर और वेहारी ज़िलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। राहत शिविरों में दवाइयाँ, टीके और ज़रूरी सामान उपलब्ध करा दिया गया है। लोगों से नदियों के पास न जाने और आपात स्थिति में हेल्पलाइन 1129 पर संपर्क करने की अपील की गई है।
चलाए जा रहे हैं आपातकालीन अभियान
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार, 27 अगस्त तक मानसून के सक्रिय रहने के अनुमान के चलते कई ज़िलों में आपातकालीन अभियान चलाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि गंदासिंह वाला में सतलुज नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गई है। गंदासिंह वाला में स्थिति गंभीर है और अगले 48 घंटों तक ऐसे ही रहने की आशंका है। बारिश के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं। हालाँकि, प्रशासन राहत शिविरों में लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध करा रहा है।
ग्लेशियर फटने से आई बाढ़
दूसरी ओर, गिलगित-बाल्टिस्तान में ग्लेशियर फटने से आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। बाढ़ के कारण घीज़र ज़िले के तालीदास गाँव में 3000 से ज़्यादा लोग बेघर हो गए हैं। बताया जा रहा है कि 2010 के बाद पाकिस्तान में यह सबसे बड़ी ग्लेशियर दुर्घटना है।

