होली खुशियों और रंगों का त्योहार है, लेकिन इन रंगों में मौजूद केमिकल्स त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप होली के बाद अपनी त्वचा की चमक वापस लाना चाहते हैं, तो आप इन कुछ नेचुरल स्किन केयर टिप्स को अपनाना सकते हैं. होली के रंगों के कारण स्किन में जलन या रेडनेस हो रही हो, तो एलोवेरा जेल और गुलाबजल को मिलाकर चेहरे पर लगाएं।
इस साल होली का त्योहार 14 मार्च को मनाया जाएगा। वहीं रंगों के इस त्योहार में कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं। गुजिया इन्हीं पकवानों में से एक है. हर साल होली के मौके पर गुजिया बनाई जाती है और साथ ही इसका भोग भी लगाया जाता है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में होली के मौके पर बनने वाली गुजिया असल में भारतीय मिठाई नहीं है।
होली के त्योहार पर कुछ लोग अपने बढ़ते वजन के कारण इनका लुफ्त नहीं उठा पाते है. लेकिन एक ऐसी चीज है जिसे आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते है और बेली फैट को कम कर सकते हैं। अगर आप डेली एक्सरसाइज और बैलेंस डाइट के साथ इस चीज को खाते हैं तो आपको काफी फायदा दिखेगा। आइए जानते है क्या है वो चीज.
बढ़ती उम्र के साथ बीमारियों का बढ़ना एक आम बात है। वहीं जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शरीर का ध्यान रखना भी ज़रूरी हो जाता है. स्टडी के मुताबिक सभी महिलाओं को अपनी डाइट में पांच फलों को शामिल जरूर करना चाहिए। इन पांच फलों को अपनी डाइट में शामिल करने से महिलाएं 25 के बाद हेल्दी लाइफ जी सकती है।
भारत में होली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। लेकिन क्या आप जानते है, होली को अलग-अलग जगह कई नामों से जाना जाता है। भारत में सबसे ज्यादा मशहूर है, ब्रज की होली । ब्रज की होली को लट्ठमार होली के नाम से जाना जाता है।
होली रंगो का त्योहार माना जाता है। देश में होली का त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन होली पर केमिकल रंगो का उपयोग आपके त्वचा और चेहरे को नुकसान पहुंचा सकता है. इस बीच आइए जानते है कि आप घर पर नेचुरल कलर कैसे बना सकते है.
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इतना बिजी हो गए है कि उनके पास आराम से बैठर खाना खाने का भी समय नहीं है. इस कारण लोग एक टाइम में ज्यादा आटा गूंथ कर फ्रीज में रख देते हैं. लेकिन क्या आप जानते है एक दिन आटा खाने से आपको कई स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं?
न्यू पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर बहुत परेशान रहते हैं। वे हमेशा गूगल पर बच्चों के बारे में कुछ न कुछ सर्च करते रहते हैं। ऐसे में आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आपके बच्चे के विकास के लिए कितने घंटे की नींद जरूरी है।
मार्च के पहले सप्ताह में तापमान में बदलाव देखा जा रहा है। दिन में गर्मी तेज होती है, वहीं अभी रात में हल्की ठंडक बनी रहती है। मार्च के महीने में तापमान में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। बदलता मौसम शरीर के लिए आसान नहीं होता है। शरीर को नए वातावरण के साथ तालमेल बिठाने में थोड़ा समय लगता है।
खजूर एक ऐसा सुपर फूड है, जिसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। खजूर में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करता है। इसमें विटामिन सी की भी मात्रा होती है। खजूर में मौजूद कैल्शियम,पोटेशियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स हड्डियों को मजबूत करने का काम करते हैं.