Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 की शुरुआत संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी को हो गई है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु और विदेशी पर्यटक शामिल हो रहे हैं. साथ ही दुनिया के अलग अलग देशों के लोग महाकुंभ का अद्भूत नजारा देखने और मोक्ष प्राप्त करने की लालसा से आ रहे हैं.
महाकुंभ में मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी को शाही स्नान होगा। इसमें अखाड़ों के संत, महंत और नागा साधू शामिल होंगे और सामूहिक रूप से डुबकी लगाएंगे। जानें किस अखाड़े को कब मिला है स्नान का समय?
सोशल मीडिया पर महाकुंभ मेला क्षेत्र का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक अस्थायी हॉस्पिटल में भीषण आग लगने का दावा किया जा रहा। कहा जा रहा है कि इस हॉस्पिटल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई।
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो गई है। पहले अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग गया है। दोपहर 4 बजे तक संगम में डेढ़ करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। यहां आए भक्तों पर हेलिकॉटर से 20 क्विंटल फूलों से वर्षा की गई।
अर्धनारीश्वर धाम की प्रमुख और किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी भी महाकुंभ में शामिल होने प्रयागराज पहुंचीं हुई हैं। इस दौरान उन्होंने अपने बचपन की दर्दनाक कहानी का जिक्र किया।
नागा साधु साधना और त्याग के साथ-साथ अस्त्र-शस्त्र भी धारण करते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि तपस्वी जीवन जीने वाले नागा साधु अस्त्र क्यों रखते हैं? नागा साधु त्रिशूल, तलवार और भाले जैसे अस्त्र रखते हैं। त्रिशूल भगवान शिव की शक्ति का प्रतीक है.
महाकुंभ स्नान के लिए गुजरात से प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं से भरी इनोवा कार एक ट्रेलर से टकरा गई। इस हादसे में चालक की मौत हो गई, जबकि एक महिला और एक बच्चे समेत 6 लोग घायल हो गए। सभी घायलों को 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया है।
एक हिंदू लड़की की मुलाकात 4 साल पहले इमलाख गांव के रहने वाले आसिफ से हुई थी। आसिफ ने उससे प्रेम का इजहार किया और शादी की इच्छा जताई। शुरुआत में लड़की ने मना कर दिया कि हम दोनों का धर्म अलग-अलग है। इसके बाद भी आसिफ उसके पीछे पड़ा रहा। बाद में लड़की उसके झांसे में आ गई।
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। बता दें एक 20 वर्षीय युवक ने प्यार में धोखा खाने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने से पहले अपने व्हाट्सऐप स्टेटस पर पेड़ से लटकती रस्सी की फोटो साझा की थी।
अमृत स्नान करने के लिए विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए हैं। मुस्लिम देश तुर्की की रहने वाली पिनार भी इस महाकुंभ का हिस्सा बनी हैं।