अक्षय महाराणा की रिपोर्ट, Odisha News: ओडिशा के बालेश्वर ज़िले के रेमुना ब्लॉक के जुनुदा गाँव में इन दिनों गहरा सन्नाटा और दुख का माहौल है। वजह है – गाँव का प्यारा सदस्य, एक बंदर, जिसे सब प्यार से ‘रामू’ कहते थे, अब इस दुनिया में नहीं रहा।
कैसे हुआ रामू के साथ हादसा?
सोमवार को अचानक एक हादसा हुआ। गाँव में आए एक कुत्ते ने रामू को काट लिया। गंभीर चोट लगने के कारण रामू ने वहीं दम तोड़ दिया। यह ख़बर फैलते ही पूरे गाँव में शोक की लहर दौड़ गई। बच्चे, बूढ़े, जवान, सभी की आँखों में आँसू थे। रामू के अंतिम संस्कार में गाँव वालों ने पूरी श्रद्धा और प्यार दिखाया। सभी ने मिलकर हरिनाम संकीर्तन किया, रामू के लिए बाँस की एक अर्थी बनाई गई और कंधों पर उठाकर उसे श्मशान तक ले गए। हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार, उसका अंतिम संस्कार किया गया। सिर्फ इतना ही नहीं, गाँव वालों ने तय किया कि जैसे इंसान के लिए कर्मकांड किया जाता है, वैसे ही रामू के लिए भी सभी कर्म पूरे किए जाएँगे।
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जानवर भी परिवार का हिस्सा बन सकते हैं
रामू और गाँव वालों का यह रिश्ता इस बात का सबूत है कि प्यार और अपनापन सिर्फ इंसानों तक सीमित नहीं है, बल्कि, जानवर भी हमारे परिवार का उतना ही अहम हिस्सा बन सकते हैं, जितना कोई अपना खून का रिश्ता।

