पंकज गुप्ता की मेरठ से रिपोर्ट: मेरठ-करनाल नेशनल हाईवे के भूनी टोल पर 3 दिन बाद गुरुवार रात टोल का संचालन शुरू हो गया। टोल की फास्ट-टैग वाली 5 लेनों पर गुरुवार को टोल वसूली शुरू हो गई। वहीं भूनी टोल प्लाजा चलाने वाली कंपनी धर्मसिंह पर एनएचएआई ने बड़ा एक्शन लेते हुए कंपनी के सिक्योरिटी के 3.70 करोड़ जमा रुपए जब्त कर लिए। कंपनी को एक साल के लिए डिबार कर दिया है बता दें कि 17 अगस्त को टोल प्लाजा पर जवान से मारपीट के मामले में एनएचएआई पहले ही इस कंपनी का ठेका निरस्त कर चुका है। मेरठ भूनी टोल प्लाजा पर फास्टैग से टोल वसूली शुरू टोल संचालक कंपनी डिबार, एनएचएआई ने जब्त की 3.70 करोड़ रुपयों की सिक्योरिटी।
टोल टैक्स की वसूली शुरू की जाएगी
गुरुवार को एनएचआईए की निगरानी में सिक्योरिटी कंपनी के कर्मचारी भूनी टोल प्लाजा पर पहुंचे फिलहाल के लिए व्यवस्था संभाली। रात को टोल की 8 में से 5 लेन चालू हो गईं। ये फास्टैग की लेन हैं। जिन पर स्टाफ खड़ा किया गया। फास्टैग लेन चालू हो गईं। कैश लेन फिलहाल बंद हैं। शुक्रवार तक टोल टैक्स की वसूली पूरी तरह शुरू हो जाएगी। गुरुवार को फास्टैग लेन में भी स्टाफ मैनुअली बूम उठाते, गिराते नजर आया। वहीं काशी टोल प्लाजा से गुजरते आर्मी व्हीकल्स को टोलकर्मियों ने सेल्यूट किया इसका वीडियो भी सामने आया।
फास्टैग वाले वाहनों से शुरू हुई वसूली
सेना के जवान कपिल के साथ मारपीट के बाद से ही टोल फ्री चल रहा है। कुछ सेंसर ही काम कर रहे हैं। जिन वाहनों पर फास्टैग लगा हुआ है, उनसे वसूली हो रही है, बिना फास्टैग वाले वाहन फ्री गुजर रहे हैं। बृहस्पतिवार देर शाम एक सिक्योरटी कंपनी के कुछ कर्मचारी भूनी टोल पर व्यवस्था संभालने के लिए पहुंच गए। लेकिन मौके पर एनएचआई का कोई अधिकारी व लिखित आदेश नहीं होने के चलते उन्होंने पूरी तरह से जिम्मेदारी नहीं संभाली है।
काशी टोल पर आर्मी व्हीकल को टोलस्टाफ के सैल्यूट का फोटो भी वायरल
भूनी टोल प्लाजा पर जिस कदर फौजी के साथ मारपीट हुई उसके बाद एनएचएआई सैनिकों के सम्मान को लेकर बेहद गंभीर हो गया है। बृहस्पतिवार को मेरठ दिल्ली के बीच काशी टोल प्लाजा का एक फोटो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। टोल से गुजरने वाले आर्मी व्हीकल को देखकर टोल स्टाफ सेल्यूट करता नजर आया। टोल स्टाफ फौजियों के वाहन को सलाम करता और पानी पिलाता दिखा।
बागपत के अफसरों ने की जांच
एनएचएआई बागपत के पीडी नरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि टोल कंपनी को दोषी मानते हुए उसकी सिक्योरिटी के 3.70 करोड़ रुपये जब्त कर लिए। एक साल के लिए डिबार किया है, जो अब एक साल तक कहीं भी टोल संचालन नहीं कर सकेगी। जल्द ही नई कंपनी को टोल संचालन की जिम्मेदारी देंगे। फोटो सेना के जवान को सैल्यूट करते हुए टोल कर्मी
कंपनी संचालकों ने पिटाई को बताया गांव का झगड़ा
एनएचएआई ने टोल संचालक कंपनी धर्मसिंह से भारतीय सेना के जवान कपिल से मारपीट क्यों हुई इसका नोटिस देकर जवाब मांगा था। कंपनी संचालकों ने इसे गांव के युवकों का आपसी झगड़ा बता दिया है। कंपनी की तरफ से जो जवाब एनएचएआई को दिया है उसमें लिखा है कि गोटका गांव के लड़कों का आपसी झगड़ा है इसके चलते ही मारपीट की गई है। इस झगड़े में कोई टोलकर्मी शामिल नहीं था।
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पहले ही एनएचएआई ने लगाया 20 लाख का जुर्माना
टोल पर फौजी से मारपीट करने के मामले में एनएचएआई के बागपत क्षेत्रीय कार्यालय के परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह समेत अन्य अफसरों ने मामले की जांच की है। इसमें टोल कंपनी की लापरवाही मानते हुए 20 लाख रुपये जुर्माना पहले ही लगा दिया गया था। अब टोल कंपनी के जवाब को एनएचएआई ने संतोषजनक नहीं मानते हुए डिबार किया है।
सीएम से मिलकर करेंगे न्याय की मांग
गुरुवार को सिवालखास के पूर्व विधायक जितेंद्र सतवाई और किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने कपिल के घर मिलने पहुंचे। पूर्व विधायक ने कहा कि देश कि वो मुख्यमंत्री से मिलकर आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई कराने की मांग करेंगे। वहीं, ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि सेना का जवान देश की आन-बान-शान होता है। ये देश का अपमान है।