बयाना से दीनू पराशर की रिपोर्ट: लगातार हो रही भारी बारिश के बीच बयाना क्षेत्र में गंभीर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, लेकिन प्रशासन और जनता की सजगता से बड़ा संकट टल गया है । पांचना बांध से छोड़े गए पानी के तेज बहाव के बावजूद किसी बड़ी दुर्घटना की सूचना नहीं मिली, जो प्रशासनिक तत्परता और लोगों की जागरूकता का परिणाम है। गंभीर नदी के उफान ने कलसाड़ा, समोगर, सिंघाड़ा जैसे पुलों को पार किया और आसपास के गांवों का संपर्क बाधित हुआ। इसके बावजूद हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है।तहसील कार्यालय स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार इस दौरान 81 मिमी बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश से कस्बे और ग्रामीण इलाकों के निचले हिस्सों में बरसाती पानी भर गया, जिससे मुख्य मार्गों पर आवागमन प्रभावित रहा। कई जगह स्कूली बच्चों और दैनिक कार्यों से जाने वाले लोगों को पानी में से होकर गुजरना पड़ा।
जनप्रतिनिधि मौके पर
जानकारी के अनुशार , बयाना विधायक डॉ. ऋतु बनावत ने स्वयं तटीय इलाकों का दौरा कर लोगों से संवाद किया और उन्हें समझाया कि नदी पार न करें और अपने पशुओं को जलधारा के समीप न ले जाएं। अभी घर में जितना हो सके रहे और तेज बहाव में नदी पार करने की कोसिस नहीं करें । विधायक ने बताया कि बयाना और रूपवास दोनों उपखंडों में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए गए हैं तथा SDRF की दो टीमें पूरी तरह से मुस्तैद हैं। एक अतिरिक्त टीम भी रिजर्व में रखी गई है, जिससे किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
जागरूकता का संदेश
विधायक और प्रशासन ने खास तौर पर युवाओं से अपील की कि वे नदी में न नहाएं और सोशल मीडिया के लिए वीडियो बनाते समय अपनी जान जोखिम में न डालें।
रूपवास एसडीएम विष्णु बंसल ने भी नागरिकों से अपील की कि वे पानी के करीब न जाएं और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें।
जनता की समझदारी बनी मिसाल
गांवों में रहने वाले लोगों ने प्रशासन की सलाह को गंभीरता से लिया और किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती, जिससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। यह पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बना है कि किस तरह सजगता और सहयोग से प्राकृतिक आपदा को भी संभाला जा सकता है।