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टेस्ला CEO एलन मस्क ने अपने बेटे का नाम रखा ‘शेखर’, इस भारतीय नोबेल विजेता को क्यों दिया सम्मान?

Who is Subrahmanyan Chandrasekhar: चंद्रशेखर को 1983 में नोबेल पुरस्कार मिला था और वे ब्लैक होल तथा तारों के विकास पर अपने कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अत्यधिक सम्मानित हैं.

By: Shubahm Srivastava | Published: December 1, 2025 10:00:55 PM IST



Elon Musk Son Name: दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में शामिल एलन मस्क ने हाल ही में खुलासा किया कि उनके एक बेटे का मिडिल नेम “शेखर” है, जिसे भारतीय-अमेरिकी नोबेल पुरस्कार विजेता एस्ट्रोफिजिसिस्ट सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर को सम्मान देने के उद्देश्य से रखा गया है. मस्क ने बताया कि इस नाम के पीछे उनकी पार्टनर शिवोन जिलिस का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जो भारतीय मूल से जुड़ी हैं और न्यूरालिंक में सीनियर एग्जीक्यूटिव के रूप में कार्यरत हैं.

इस भारतीय के सम्मान में रखा बेटे का नाम

एक इंटरव्यू में मस्क ने कहा, “शायद बहुत लोग नहीं जानते कि मेरी पार्टनर शिवोन आधी भारतीय हैं. हमारे बच्चे का मिडिल नेम ‘शेखर’ हमने चंद्रशेखर के सम्मान में रखा है.” मस्क ने आगे अमेरिका में भारतीय प्रोफेशनल्स के योगदान की सराहना की और कहा कि भारतीय प्रतिभा ने अमेरिका को विज्ञान, टेक्नोलॉजी और इन्नोवेशन में अत्यधिक लाभ पहुंचाया है. 

हालांकि, जब पूछा गया कि क्या शिवोन कभी भारत में रहीं हैं, तब मस्क ने बताया कि वे इस बारे में निश्चित नहीं हैं, लेकिन इतना जरूर कहा कि वे कनाडा में पली-बढ़ीं और उनकी भारतीय जड़ें पैतृक रूप से जुड़ी हैं.

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कौन हैं शिवोन जिलिस?

शिवोन जिलिस टेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक प्रतिष्ठित नाम हैं. उन्होंने 2017 में एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक जॉइन की थी, जहां वे ऑपरेशंस और स्पेशल प्रोजेक्ट्स की डायरेक्टर के रूप में काम करती हैं. इससे पहले वे वेंचर कैपिटल और मशीन लर्निंग से संबंधित प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर चुकी हैं. टेक इंडस्ट्री में उनकी पहचान दूरदर्शी और रणनीतिक नेतृत्व के लिए मानी जाती है.

एलन मस्क और शिवोन कई वर्षों से साथ हैं. 2021 में दोनों ने जुड़वां बच्चों — स्ट्राइडर और एज्योर — का स्वागत किया था. इसके अलावा, 2024 में उनके परिवार में एक और बच्चे का आगमन हुआ, जिसका नाम मस्क ने सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन अब यह सामने आया कि बच्चे के मिडिल नेम में “शेखर” शामिल है.

1983 में मिल चुका है नोबेल पुरस्कार 

मस्क द्वारा चंद्रशेखर को सम्मान देना इस बात का प्रतीक है कि विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान विश्व स्तर पर कितना प्रभावशाली रहा है. चंद्रशेखर को 1983 में नोबेल पुरस्कार मिला था और वे ब्लैक होल तथा तारों के विकास पर अपने कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अत्यधिक सम्मानित हैं. इस खुलासे ने न केवल मस्क के निजी जीवन पर रोशनी डाली है, बल्कि भारतीय वैज्ञानिक विरासत की वैश्विक स्वीकृति और प्रभाव को भी एक बार फिर उजागर किया है.

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