पश्चिम बंगाल में पकड़ी गई महिला कैदी
एक पकड़ी गई महिला का नाम अंजिला खातून है, जिसे पश्चिम बंगाल के इलाके से पकड़ा गया। वह एसएसबी द्वारा पकड़ी जाने वाली पहली ऐसी महिला कैदी है। सभी कैदियों को उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से लगी भारत-नेपाल सीमा की विभिन्न चौकियों पर पकड़ा गया। अधिकारियों के अनुसार, इन कैदियों के पास कोई वैध पहचान पत्र नहीं था, जिसके कारण एसएसबी ने उन्हें हिरासत में लिया।
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सीमा पर कड़ी निगरानी
रिपोर्ट के अनुसार, सीमा पर कड़ी निगरानी चल रही है। इसलिए पकड़े गए कैदियों की संख्या बढ़ सकती है। पकड़े गए सभी लोगों को पुलिस को सौंप दिया गया है, जो आगे की जाँच और कानूनी कार्रवाई कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि नेपाल में जेल ब्रेक की हालिया घटनाओं के बाद एसएसबी ने सतर्कता बढ़ा दी थी। नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण कई जेलों पर हमले, आगजनी और तोड़फोड़ हुई। इसका फायदा उठाकर हजारों कैदी जेलों से भाग निकले। जवाब में, एसएसबी ने खुली भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी बढ़ा दी, सख्त पहचान जाँच शुरू की और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी। एसएसबी ने अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है ताकि कोई भी भगोड़ा कैदी भारत में प्रवेश न कर सके।
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व्यापार के बहाने भारत में घुसने की कोशिश
अधिकारियों ने बताया कि कुछ भगोड़े कैदी खुद को आम नागरिक बताकर काम या व्यापार के बहाने भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वैध पहचान पत्र न होने के कारण पकड़े गए। एक अधिकारी ने कहा, ‘हमारी सतर्कता यह सुनिश्चित करने के लिए है कि कोई भी भगोड़ा कैदी भारत-नेपाल की खुली सीमा का दुरुपयोग न कर सके।’ ज्ञात हो कि एसएसबी गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है, जो 1751 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह सीमा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम से होकर गुजरती है।