Home > विदेश > ना गोली ना बम, तड़प-तड़प के मर रहे हैं इस देश के मुसलमान, पीछे की वजह जान कांप जाएगी रूह

ना गोली ना बम, तड़प-तड़प के मर रहे हैं इस देश के मुसलमान, पीछे की वजह जान कांप जाएगी रूह

Sudan: डॉक्टरों और सहायताकर्मियों ने चेतावनी दी है कि भोजन और दवा की कमी महिलाओं और बच्चों को सबसे ज़्यादा प्रभावित कर रही है।

By: Divyanshi Singh | Published: August 24, 2025 3:31:59 PM IST



Sudan famine: सूडान डॉक्टर्स नेटवर्क के अनुसार 23 अगस्त तक, सूडान के दक्षिण कोर्डोफन राज्य में पिछले दो महीनों में कुपोषण से कम से कम 46 लोगों की मौत हो चुकी है। नेटवर्क ने खुलासा किया कि ज़्यादातर पीड़ित महिलाएँ और बच्चे थे। सूडान 2023 से गृहयुद्ध की स्थिति में है। नेटवर्क के खुलासे ने इस संघर्ष में फंसे परिवारों की कमज़ोरी को उजागर किया है। समूह ने यह भी बताया कि 19,000 से ज़्यादा गर्भवती महिलाओं और बच्चों वाली महिलाओं को तत्काल भोजन की ज़रूरत है।

सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं ये लोग

डॉक्टरों और सहायताकर्मियों ने चेतावनी दी है कि भोजन और दवा की कमी महिलाओं और बच्चों को सबसे ज़्यादा प्रभावित कर रही है। कुपोषण के कारण नवजात शिशुओं का वज़न कम हो रहा है और पर्याप्त पोषण की कमी के कारण माताएँ कमज़ोर हो रही हैं।

आरएसएफ भुखमरी को सैन्य रणनीति के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है । देश के रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स 2023 से सूडानी सेना से लड़ रहे हैं। सूडान के डॉक्टर्स नेटवर्क ने जानबूझकर भुखमरी को सैन्य रणनीति के तौर पर इस्तेमाल करने की निंदा की और इसे ‘मानवता के ख़िलाफ़ अपराध और अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के तहत युद्ध अपराध’ बताया।

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इसने रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (आरएसएफ) पर दक्षिण कोर्डोफन, खासकर कडुगली और दालंज शहरों में नागरिकों की घेराबंदी करने का आरोप लगाया, जहाँ भोजन और दवाइयों की पहुँच सीमित है। इसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भी हस्तक्षेप करने की अपील की।

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गाजा में बिगड़े हालात  

इज़राइल ने अप्रैल से गाजा में मानवीय सहायता पर प्रतिबंध लगा रखा है। जिसके कारण गाजा में भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गांजा के 61 से ज़्यादा निवासी भुखमरी के कारण मर चुके हैं, जिनमें से ज़्यादातर बच्चे हैं।

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