Jaishankar moscow visit: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने रूस की धरती से टेररिज्म के मुद्दे पर पूरी दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया है। जयशंकर ने गुरुवार को आतंकवाद के प्रति भारत के कतई बर्दाश्त न करने के रुख की पुष्टि की और कहा कि किसी भी संप्रभु देश का अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने कहा कि नई दिल्ली और मॉस्को ने आतंकवाद से मिलकर लड़ने का संकल्प लिया है। रूस की यात्रा पर आए जयशंकर के इस रुख को पाकिस्तान के लिए एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने बयान में कहा, ‘आतंकवाद से बचाव करना भारत का संप्रभु अधिकार है। हम सभी रूपों में आतंकवाद की निंदा करते हैं और आतंकवाद से मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं।’ इस साल अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। तब से, भारत बार-बार दोहराता रहा है कि इस मुद्दे पर कोई सहिष्णुता नहीं दिखाई जाएगी।
अमेरिका को भी खूब सुनाया
विदेश मंत्री ने इस दरम्यान यह भी कहा कि भारत रूसी तेल का सबसे बड़ा आयत करने वाला नहीं है, हालाँकि वाशिंगटन ने नई दिल्ली को विश्व बाजारों को स्थिर करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसमें रूसी ऊर्जा खरीदना भी सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि टैरिफ पर अमेरिका के अजीब तर्क से भारत हतप्रभ है।
जयशंकर मंगलवार को रूस की यात्रा पर मास्को पहुँचे। विदेश मंत्री 19 से 21 अगस्त तक रूस की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दरम्यान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लिया है। इसमें गुरुवार(21 अगस्त) को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ हुई बैठक भी शामिल है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एजेंडे की समीक्षा करते हुए वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की है।
एनएसए अजित डोभाल भी पहुंचे रूस
बता दें,विदेश मंत्री की यह मुलाकात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की हालिया मॉस्को यात्रा के बाद हो रही है। डोभाल ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव और रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की थी। अब एस जयशंकर मॉस्को पहुँच चुके हैं।