Work Visa: वैश्वीकरण और सूचना प्रौद्योगिकी में प्रगति की वजह से दुनिया बहुत छोटी हो गई. आज लोग अपनी शिक्षा और कौशल के दम पर दुनिया के किसी भी कोने में जॉब हासिल कर रहे हैं. भारतीयों के लिए अलग-अलग देशों में करियर के अवसर तलाशना आम बात हो गई है. अमेरिका, चीन और जापान दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में से हैं.
अधिकांश भारतीय पेशेवर (Indian Workers) इन देशों में काम करना पसंद करते हैं. इन देशों में काम करने में रुचि रखने वाले भारतीयों को उनके वीजा नियमों, नौकरी बाजार, वेतन और कार्य संस्कृति के बारे में पता होना चाहिए. वीजा प्रक्रिया, नौकरी के अवसर और रहने का खर्च देश के अनुसार अलग-अलग होता है. इसलिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक लक्ष्यों के लिए कौन सा देश सबसे उपयुक्त है.
अमेरिका में H-1B वीजा (H-1B visa in the USA)
अमेरिका में काम करने के लिए सबसे लोकप्रिय गैर-इमिग्रेंट वीजा H-1B वीजा (America H-1B Visa) है. इस वीजा के माध्यम से, अमेरिकी कंपनियां विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित (STEM) और वित्त जैसे क्षेत्रों में विशेष कौशल वाले विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करती हैं. H-1B वीजा एक अस्थायी वीजा है, जो आमतौर पर 3 साल के लिए वैध होता है, जिसे कुल 6 साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है. H-1B वीजा लॉटरी सिस्टम के माध्यम से जारी किया जाता है. अमेरिकी सरकार ने हाल ही में H-1B वीजा के नियमों में बदलाव किया है.
चीन में काम करने के लिए कौन सा वीजा चाहिए? (What type of visa is required to work in China?)
चीन में काम करने के लिए आपको Z वीजा (China Work Visa) की आवश्यकता होती है. यह वीजा किसी भी विदेशी नागरिक को चीन में काम करने और रहने की अनुमति देता है. चीनी Z वीजा प्राप्त करने के लिए, आपको एक चीनी कंपनी से नौकरी का ऑफर लेटर चाहिए. फिर आपको एक वर्क परमिट और अन्य आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने होंगे. यह प्रक्रिया अमेरिकी वीजा प्रक्रिया से थोड़ी अलग है, जहां नियोक्ता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है.
जापान में नौकरी के लिए किस वीजा की आवश्यकता होती है? (What type of visa is required for working in Japan?)
जापान में काम करने के लिए जापानी वर्क वीजा (Japanese Work Visa) की जरूरत होती है. ये वीजा कई श्रेणियों में आते हैं, जैसे प्रोफेसर, इंजीनियर, अंतरराष्ट्रीय सेवाएं, आदि. जापानी वर्क वीजा प्राप्त करने के लिए, आपको एक जापानी नियोक्ता से नौकरी का ऑफर चाहिए. उसके बाद, आपको एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट (CoE) प्राप्त करना होगा. यह CoE यह पुष्टि करता है कि आप जापान में काम करने के लिए योग्य हैं. जापानी वर्क वीजा 3 महीने से 5 साल की अवधि के लिए जारी किया जाता है.
किन देशों में काम करते हैं अधिकांश भारतीय? (In which countries do most Indians work?)
अधिकांश भारतीय काम के लिए अधिकांश भारतीय रोजगार के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) जाना पसंद करते हैं. यूएस, युवा आईटी और टेक्नोलॉजी पेशेवरों के लिए सबसे पसंदीदा जॉब डेस्टिनेशन है. H-1B वीजा पर यूएस जाने वाले भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि, बड़ी संख्या में भारतीय यूएई (UAE) और सऊदी अरब (Saudi Arabia) जैसे खाड़ी देशों में भी काम करते हैं. इन देशों में, भारतीय आमतौर पर ब्लू-कलर और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करते हैं.
यह भी पढ़ें :-