कुशिशांत शुक्ला की रिपोर्ट, Shahjahanpur, Uttar Pradesh: जिले में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। काँट क्षेत्र के अकॉर रसूलपुर गांव की एक महिला अपने नवजात शिशु की लाश लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची। महिला ने आरोप लगाया कि बुलडोज़र कार्रवाई के दौरान महिला पुलिसकर्मी ने उसे धक्का दिया, जिससे उसके पेट में पल रहा बच्चा दम तोड़ गया। न्याय की गुहार लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची महिला ने अधिकारियों के सामने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पीड़िता ने दिया मृत शिशु को जन्म
जानकारी के मुताबिक, अकॉर रसूलपुर में राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी। टीम ने बुलडोज़र से अतिक्रमण हटाना शुरू किया, तभी ग्रामीणों ने विरोध किया। इसी दौरान महिला भी मौके पर मौजूद थी। पीड़िता का आरोप है कि हंगामे के बीच एक महिला पुलिसकर्मी ने उसे जोर से धक्का दिया। धक्का लगने से वह जमीन पर गिर गई और उसके पेट में पल रहे बच्चे को गंभीर चोट आई। कुछ ही दिनों बाद उसने मृत शिशु को जन्म दिया।
RSS का गीत गाकर महापाप कर गए डीके शिवकुमार! मांगी माफी, गांधी परिवार को भगवान बताते हुए खाई ये कसम
अधिकारियों के पैरों में गिरकर लगाई न्याय की गुहार
महिला का कहना है कि अगर उस दिन उसे धक्का न दिया गया होता तो उसका बच्चा जिंदा पैदा होता। उसने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अधिकारियों के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाई। नवजात की लाश देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। महिला ने रो-रोकर पूरी कहानी सुनाई और जिम्मेदार पुलिसकर्मी व अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पूरे प्रकरण की कराई जाएगी जांच
कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा बढ़ता देख प्रशासनिक अधिकारियों ने महिला को सांत्वना दी और मामले की जांच का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी और यदि किसी की लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। गौरतलब है कि शाहजहांपुर में पिछले कुछ समय से अवैध कब्जों के खिलाफ लगातार बुलडोज़र कार्रवाई चल रही है।
मामला बेहद संवेदनशील हो गया
कई स्थानों पर विरोध और धक्का-मुक्की की घटनाएँ भी सामने आई हैं। लेकिन नवजात की मौत से जुड़ा यह मामला बेहद संवेदनशील हो गया है। स्थानीय लोग भी महिला के समर्थन में खड़े हो गए हैं और प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच में किसकी लापरवाही सामने आती है और क्या पीड़िता को इंसाफ मिल पाता है। फिलहाल महिला का दर्द और नवजात की मौत की घटना ने पूरे जिले में गहरी संवेदना और आक्रोश पैदा कर दिया है।