ICC Women’s ODI World Cup: आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच कल ( 5 अक्टूबर) को खेला गया. मुकाबले में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया. इस वजह से मैच कुछ देर के लिए रुका रहा. सलामी बल्लेबाज के रन आउट होने पर पाकिस्तानी महिला टीम की कप्तान भड़क गईं और अंपायर से भिड़ गईं. यह रन-आउट काफी विवादास्पद रहा और इसके बाद पाकिस्तानी कप्तान फातिमा सना (Fatima Sana) और अंपायर के बीच काफी देर तक बहस हुई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि टॉस जीत कर पाकिस्तान की कप्तान ने पहले गेंदबाजी करने का फैसाल किया था. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवर में 247 रन बनाए. इस टारगेट का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम पहली ओवर से ही संघर्ष करती दिखी. पाकिस्तान को पहला झटका चौथे ओवर में लगी.यह घटना चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर हुई.क्रांति गौर की गेंद सलामी बल्लेबाज मुनीबा अली के पैड पर लगी.क्रांति ने एलबीडब्ल्यू की अपील की, लेकिन अंपायर ने मना कर दिया.
इस बीच मुनीबा अली क्रीज से बाहर निकल गईं जिससे दीप्ति शर्मा ने स्टंप पर थ्रो किया. मुनीबा ने अपना बल्ला ज़मीन पर रखा, लेकिन जब गेंद स्टंप्स से टकराई, तो उनका बल्ला ज़मीन से थोड़ा ऊपर उठ गया. इस समय उनका शरीर क्रीज़ के बाहर था. नतीजतन तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया. मुनीबा इस फैसले से नाखुश थीं.
फ़ातिमा सना ने जताई नाराज़गी
पाकिस्तान की कप्तान फ़ातिमा सना जो मैदान के बाहर थीं इस फैसले से हैरान रह गईं और चौथे अंपायर से बहस करने लगीं. नतीजतन मुनीबा कुछ देर तक मैदान के अंदर ही खड़ी रहीं. पाकिस्तानी टीम इस फैसले से साफ़ तौर पर नाखुश थी.
उन्होंने तर्क दिया कि मुनीबा ने अपना बल्ला ज़मीन पर रखा था और चूंकि उनका रन लेने का इरादा नहीं था, इसलिए उन्हें नॉट आउट दिया जाना चाहिए. हालाकि अंपायर ने अपना फैसला बरकरार रखा और मुनीबा को पवेलियन लौटना पड़ा. इस रन-आउट ने विवाद खड़ा कर दिया है.
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क्या कहता है आईसीसी का नियम?
आईसीसी नियम 30.1 के अनुसार अगर गेंद स्टंप्स से टकराने पर बल्लेबाज़ का बल्ला या शरीर क्रीज़ के बाहर हो तो उसे रन आउट करार दिया जाएगा. नियम 30.1.2 के अनुसार यदि कोई बल्लेबाज़ अपना बल्ला क्रीज़ के अंदर नहीं रखता है और उसका शरीर क्रीज़ से बाहर है, तो उसे रन आउट घोषित कर दिया जाएगा. बल्लेबाज़ को तब तक क्रीज़ के अंदर रहना होगा जब तक गेंद डेड घोषित न हो जाए. मुनीबा अली को आउट इसलिए दिया गया क्योंकि वह न तो दौड़कर क्रीज़ तक पहुंची थीं और न ही डाइव लगाकर. दोनों ही स्थितियों में यदि क्रीज़ से टकराने के बाद उनका बल्ला ऊपर उठ जाता, तो उन्हें नॉट आउट घोषित कर दिया जाता. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ इसलिए उन्हें आउट घोषित कर दिया गया.