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Asia cup 2025: इस मांग को लेकर पाकिस्तान ने दिनभर मचाई नौटंकी… लेकिन एक न चली! यहां पढ़ें पूरी कहानी

Asia cup 2025 में पाकिस्तान ने अपनी मांग मनवाने के लिए 17 September को दिनभर नौटंकी की, लेकिन आखिर में उसकी एक भी नहीं चली. जानिए पाकिस्तान की इस पूरी ड्रामेबाज़ी की अंदरूनी कहानी.

By: Shivani Singh | Published: September 17, 2025 10:16:24 PM IST



पाकिस्तान का पूरा दिन नाटक करने के बाद पीसीबी की मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग एक बार फिर खारिज कर दी गई. इसके बाद पाकिस्तान और UAE के बीच मैच फिर से खेला जा रहा है. जिसकी संभावना थी कि मैच अब नहीं होगी.

ICC के सीईओ संजोग गुप्ता ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी को सूचित किया कि पाइक्रॉफ्ट मैच रेफरी बने रहेंगे. ICC ने कहा कि जिम्बाब्वे के पाइक्रॉफ्ट मैच रेफरी बने रहेंगे क्योंकि उन्होंने नियमों का पूरी तरह से पालन किया है.

आखिर क्या थी एंडी पाइक्रॉफ्ट विवाद के पीछे की पूरी कहानी?

इससे पहले, पाकिस्तान ने रविवार को टॉस के दौरान अपने कप्तान सलमान अली आगा और भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के बीच हाथ मिलाने और अपनी टीम शीट न बदलने से हुई शर्मिंदगी के लिए पाइक्रॉफ्ट को ज़िम्मेदार ठहराया था. PCB ने कहा कि पाइक्रॉफ्ट ने सलमान को सूर्यकुमार यादव से हाथ मिलाने से मना किया था और दोनों कप्तानों को टीम शीट न बदलने का निर्देश दिया था. इसके बाद पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए, भारतीय खिलाड़ियों ने मैच के बाद विरोधी टीम से हाथ नहीं मिलाया.

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ICC ने छह बिंदुओं में इस बात का खंडन किया

इसके बाद ICC ने छह बिंदुओं में इस बात का खंडन किया और कहा कि पीसीबी की शिकायतें निराधार थीं. अपने लिखित संदेश में, ICC ने कहा, “ICC की जाँच PCB द्वारा दायर रिपोर्ट में दी गई जानकारी पर आधारित थी. हमने रिपोर्ट को ज्यों का त्यों लिया और पाया कि इसके साथ कोई भी सहायक दस्तावेज़ या साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया गया था.”

“PCB के पास प्रारंभिक रिपोर्ट के साथ अपनी टीम के सदस्यों के बयान प्रस्तुत करने का पूरा अवसर था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.” दूसरे बिंदु में कहा गया कि मैच रेफरी की ओर से “जवाब देने लायक कोई मामला नहीं था”. “मैच रेफरी द्वारा की गई कार्रवाई ACC स्थल प्रबंधक द्वारा दिए गए स्पष्ट निर्देशों के अनुसार थी, और मैच रेफरी द्वारा ऐसे किसी भी मामले से निपटने के तरीके के अनुरूप थी, क्योंकि उन्हें सूचित किया गया था कि उनके पास कुछ और करने का समय नहीं है.”

ICC ने स्पष्ट किया कि पाइक्रॉफ्ट “टॉस की पवित्रता बनाए रखने और किसी भी संभावित शर्मिंदगी से बचने” के लिए प्रतिबद्ध थे. “मैच रेफरी की कोई गलती नहीं थी.” ICC ने आगे कहा, “मैच रेफरी का काम किसी टीम या टूर्नामेंट के उन विशिष्ट प्रोटोकॉल को नियंत्रित करना नहीं है जिन पर खेल के मैदान के बाहर सहमति बनती है. यह टूर्नामेंट आयोजकों और संबंधित टीम प्रबंधकों का मामला है.” यह निष्कर्ष संक्षिप्त था, और “पीसीबी की असली चिंता या शिकायत इस वास्तविक निर्णय से संबंधित है कि हाथ मिलाना नहीं हुआ था।” “इसलिए, PCB को यह शिकायत टूर्नामेंट आयोजक और वास्तविक निर्णयकर्ताओं के पास भेजनी चाहिए. इसमें ICC की कोई भूमिका नहीं है.”

ICC ने इस नौटंकी के उलट “एसीसी अध्यक्ष” मोहसिन नकवी और टूर्नामेंट निदेशक एंडी रसेल को ही फंसा डाला. जिसके बाद अगर पीसीबी टूर्नामेंट में नहीं खेलता, तो उसे 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान सहना पड़ सकता था.

इसके तुरंत बाद, नक़वी एक्स पर इसकी घोषणा की कि, “हमने पाकिस्तानी टीम को दुबई क्रिकेट स्टेडियम के लिए रवाना होने को कहा है. आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी।” इसके तुरंत बाद टीम रवाना हो गई।

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