रांची, झारखण्ड से मनीष मेहता की रिपोर्ट
Jharkhand: झारखंड सरकार ने कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। जमशेदपुर के मानगो को नया पुलिस अनुमंडल बनाने की स्वीकृति मिल गई है। सोमवार को मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
मुख्य सचिव ने बैठक में साफ निर्देश दिए कि सभी जिलों की कानून व्यवस्था का बारीकी से आकलन किया जाए। उनका कहना था कि अपराध के ट्रेंड, ग्राफ और संसाधनों का पूरा डेटा इकट्ठा कर राज्यभर में बेहतर ढंग से संसाधनों का बंटवारा किया जा सके।
क्यों जरूरी था मानगो पुलिस अनुमंडल?
पूर्वी सिंहभूम जिले में पहले से जमशेदपुर (मुख्यालय) और पटमदा पुलिस अनुमंडल मौजूद हैं। लेकिन मानगो और इसके आसपास के क्षेत्रों—आजादनगर और ओलीडीह ओपी—में तेजी से जनसंख्या बढ़ने के साथ अपराध का ग्राफ भी ऊपर जा रहा था। आर्थिक अपराध से लेकर नारकोटिक्स और संगठित अपराधों की घटनाएं बढ़ रही थीं। ऐसे में अलग अनुमंडल बनाने की मांग लंबे समय से उठ रही थी।
MS Dhoni: हीरो बने महेंद्र सिंह धोनी, माधवन संग करेंगे डेब्यू?
गृह सचिव का बड़ा बयान
गृह सचिव वंदना डाडेल ने कहा कि मानगो क्षेत्र में बढ़ते आपराधिक मामलों को देखते हुए यह कदम उठाना बेहद जरूरी था। वहीं, डीजीपी अनुराग गुप्ता ने जानकारी दी कि अब मानगो अनुमंडल जमशेदपुर (मुख्यालय) और पटमदा से काटकर गठित होगा। इसमें मानगो और आजादनगर थाना समेत ओलीडीह ओपी को शामिल किया जाएगा।
समिति में हुई गहन चर्चा
बैठक में वित्त सचिव प्रशांत कुमार और कार्मिक सचिव प्रवीण टोप्पो ने अपने-अपने विभागों से जुड़े पहलुओं को रखा। राजस्व सचिव चंद्रशेखर, ग्रामीण विकास सचिव के. श्रीनिवासन और आईजी नरेन्द्र कुमार सिंह भी बैठक में मौजूद रहे। अंततः उच्चस्तरीय समिति ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को मंजूरी दी।
लोगों को मिलेगी राहत
विशेषज्ञों का मानना है कि मानगो को पुलिस अनुमंडल का दर्जा मिलने से अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़ी मदद मिलेगी। इलाके में पुलिसिंग और तेज होगी, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी और अपराधियों पर नकेल कसी जा सकेगी।