New BJP president: केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा (BJP) के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की अटकलों को खारिज कर दिया है। हाल ही में दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से उनकी 45 मिनट की मुलाकात ने इन अटकलों को और हवा दे दी है। मंगलवार को ग्वालियर में पत्रकारों से बातचीत में चौहान ने स्पष्ट किया कि उनका ध्यान केवल कृषि और ग्रामीण विकास पर है। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने मुझे कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास की जिम्मेदारी सौंपी है। इस समय कृषि मेरी रग-रग में है और किसान मेरी साँसों में हैं।”
किसानों की सेवा को पूजा बताया
चौहान ने ज़ोर देकर कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य कृषि उत्पादन बढ़ाना, किसानों की आय बढ़ाना, ग्रामीण विकास और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ‘लखपति दीदी’ बनाने की सरकारी योजना को मज़बूत करना है। उन्होंने कहा, मैंने भाजपा अध्यक्ष पद के बारे में कभी नहीं सोचा, न ही किसी ने मुझसे इस बारे में बात की है। मैं अपनी वर्तमान जिम्मेदारी को पूजा की तरह निभा रहा हूँ। किसानों की सेवा मेरे लिए ईश्वर की पूजा है। चौहान की टिप्पणी उनकी प्रतिबद्धता और ज़मीन से जुड़ी नेतृत्व शैली को दर्शाती है, जिसके लिए उन्हें ‘मामा’ के नाम से जाना जाता है।
भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में नाम
वर्तमान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल दो साल पहले समाप्त हो गया था, और पार्टी जल्द ही नए अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर सकती है। 66 वर्षीय चौहान, जो चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और एक प्रमुख ओबीसी नेता हैं, इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना और भावांतर भुगतान योजना जैसी उनकी कल्याणकारी योजनाओं ने राज्य में 2008, 2013 और 2023 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई।
राजनीतिक भविष्य पर अटकलें
चौहान की आरएसएस प्रमुख से मुलाकात को भाजपा और संघ के बीच संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है। हालाँकि, चौहान ने स्पष्ट किया कि वह पार्टी के निर्देशों का पालन करेंगे और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं पर राष्ट्र सेवा को प्राथमिकता देंगे। अन्य दावेदारों में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान और निर्मला सीतारमण के नाम भी चर्चा में हैं।