Pooja Pal Expel From SP: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीतियों की सपा विधायक पूजा पाल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दौरान सीएम योगी की प्रशंसा की थी। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इन नीतियों से उनके जैसी महिलाओं को न्याय दिलाने में मदद मिली। उनका ये बयान सामने के बाद ही समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। दरअसल, सपा विधायक पूजा पाल ने विधानसभा में उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की थी। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रयागराज में सीएम योगी की नीतियों ने महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित किया और उन्होंने अतीक अहमद जैसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की, जिन पर उन्होंने अपने पति की हत्या का आरोप लगाया था।
पूजा पाल ने क्या कहा?
दरसअल, पूरा मामला ये है कि, उत्तर प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दौरान पूजा पाल ने सीएम योगी की तारीफ की थी। जिसमें उन्होंने कहा कि, “मैं मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ कि जब किसी ने मेरी बात नहीं सुनी, तब उन्होंने मुझे न्याय दिलाया।” हालांकि, कुछ ही घंटों के भीतर पार्टी ने सख्त कार्रवाई की। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा हस्ताक्षरित और 14 अगस्त 2025 की तारीख वाले एक आधिकारिक निष्कासन पत्र में उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों और गंभीर अनुशासनहीनता को निष्कासन का कारण बताया गया।
@samajwadiparty has expelled MLA Pooja Pal after she praised CM @myogiadityanath for delivering justice through the encounter of gangster Atiq Ahmed,who murdeπed her husband.
Where is Thekedar Of Democracy???#JusticeForPoojaPal #UttarPradesh #YogiAdityanath #SamajwadiParty pic.twitter.com/Mz8dIDxdWb
— 🇮🇳 𝐒𝐭𝐫𝐨𝐤𝐞𝐎𝐆𝐞𝐧𝐢𝐮𝐬 (@StrokeHinduTale) August 14, 2025
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सपा ने अपने पत्र में क्या कहा?
पत्र में कहा गया है कि पूर्व चेतावनियों के बावजूद, पूजा पाल ने अपनी गतिविधियाँ बंद नहीं कीं, जिससे “पार्टी को काफी नुकसान” हुआ। इसमें यह भी स्पष्ट किया गया कि उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है और अब उन्हें सपा के किसी भी कार्यक्रम या बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाएगा। उनकी टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी में तीखी प्रतिक्रिया हुई। मुख्य सचेतक कमाल अख्तर ने उनके बयान को निजी मामला बताते हुए कहा कि अगर वह पार्टी से असहमत थीं, तो उन्हें पार्टी में नहीं रहना चाहिए था।
इस पर उत्तर प्रदेश के मंत्री जेपीएस राठौर का बयान भी सामने आया है। जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि, अतीक अहमद जैसे दुर्दांत अपराधी के अपराधों के कारण वर्षों तक पीड़ित रहने के बाद पूजा पाल की शिकायतों का समाधान किया गया।