पंकज गुप्ता की रिपोर्ट, Meerut Murder Case: मेरठ में उज्जवल हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। 21 घंटे में आरोपियों को मुठभेड़ में अरेस्ट कर लिया है। जिसमें उज्जवल के दोस्तों ने ही उसकी हत्या की थी। हत्या का कारण वो 80 हजार रुपए हैं जो आरोपी सौरभ को उज्जवल को वापस लौटाने थे। पुलिस की हत्याकांड में 2 आरोपियों सौरभ और जोगेंद्र से मुठभेड़ हुई है। एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया, कि “बुधवार को हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में उज्जवल नामक युवक की गोली मारकर हत्या का मामला सामने आया था। इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी। मृतक के परिजनों की तरफ से 6 लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई थी। उन सभी से पुलिस ने पूछताछ की थी। इसके अलावा सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची।”
आरोपी पर उधार थे 80 हजार रुपए
पूछताछ और जांच में पता चला कि उज्जवल के दो दोस्त सौरभ और जोगेंद्र ने उसकी हत्या की है। दोनों उसके पुराने परिचित हैं। सौरभ पर उज्जवल की मां के 80 हजार रुपए की उधारी बकाया थी। ये पैसे उज्जवल मांग रहा था। इन पैसों को न देना पड़े इसलिए सौरभ ने अपने दोस्त जोगेंद्र के साथ मिलकर उज्जवल की हत्या की है। गुरुवार को पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर इनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा बरामद करने जा रही थी। तभी इन लोगों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। पुलिस की तरफ से की गई जवाबी फायरिंग में गोली आरोपियों के पैर में लगी है। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में पुलिस ने भर्ती कराया है।
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जोगेंद्र के खेत में झगड़े के बाद की हत्या
एसपी देहात ने बताया कि सौरभ, जोगेंद्र और उज्जवल तीनों पहले से एक दूसरे को जानते हैं। अक्सर साथ उठते-बैठते । बुधवार को भी सौरभ और जोगेंद्र ने उज्जवल को जोगेंद्र के खेत में मिलने बुलाया। यहां तीनों में किसी बात पर बहस हुई। इसके बाद सौरभ ने उज्जवल को तमंचे से गोली मार दी। गोली मारने के बाद दोनों आरोपियों सौरभ, जोगेंद्र ने अपने खून से सने कपड़े बदले और उन्हें खेत में ही गड्डा खोदकर छिपा दिया। वहीं उन्होंने हत्या में इस्तेमाल किया तमंचा भी छिपाया।
बाइक पर बीच में बैठाकर लेकर गए लाश
इसके बाद दोनों आरोपियों ने उज्जवल की डेडबॉडी को उठाया। सौरभ बाइक चला रहा था। बाइक पर पीछे उज्जवल की लाश को रखा पीछे जोगेंद्र बैठा। दोनों आरोपी बाइक पर इस तरह लाश को ले गए कि किसी को शक नहीं हो। इसके बाद लाश को जोगेंद्र के खेत से ले जाकर सहपुर में अन्य व्यक्ति के खेत के पास डाला और भाग गए। लाश को खेत में ठिकाने लगाने के बाद सौरभ ने अपने मोबाइल से उज्जवल के घरवालों को फोन भी किया। फोन करके बताया कि उज्जवल घायल हालत में पड़ा है उसके पेट में गोली लगी है। हम उसे अस्पताल ले जा रहे हैं। ये बताकर आरोपी उज्जवल को एक निजी अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टर उज्जवल को देख रहे थे तभी वहां पुलिस और परिजन पहुंचे। इसके बाद डॉक्टरों ने उज्जवल को सरकारी अस्पताल ले जाने को कहा। जहां उज्जवल को मृत घोषित कर दिया गया।