Home > जनरल नॉलेज > क्या है लाइम रोग? जिसने जस्टिन बीबर और जस्टिन टिंबरलेक जैसी हस्तियों को दे दी खतरनाक बीमारी; वैज्ञानिकों के भी फूले हाथ पैर

क्या है लाइम रोग? जिसने जस्टिन बीबर और जस्टिन टिंबरलेक जैसी हस्तियों को दे दी खतरनाक बीमारी; वैज्ञानिकों के भी फूले हाथ पैर

Justin Bieber Disease: लाइम रोग बोरेलिया बर्गडॉर्फेरी नामक जीवाणु से होने वाला एक संक्रमण है, जो एक छोटे, रक्त-चूसने वाले कीट, जिसे टिक (tick) कहा जाता है, के काटने से फैलता है.

By: Shubahm Srivastava | Published: October 17, 2025 1:02:23 AM IST



Tick Infection Disease: दुनिया भर में मशहूर पॉप स्टार जस्टिन बीबर और जस्टिन टिम्बरलेक ने हाल के वर्षों में एक गंभीर बीमारी—लाइम रोग से अपनी लड़ाई का खुलासा किया है. उनके बयानों ने इस संक्रमण के बारे में वैश्विक जागरूकता तो बढ़ाई है, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठाया है कि यह इतनी तेज़ी से क्यों फैल रहा है.

लाइम रोग क्या है और ये कैसे फैलता है?

लाइम रोग बोरेलिया बर्गडॉर्फेरी नामक जीवाणु से होने वाला एक संक्रमण है, जो एक छोटे, रक्त-चूसने वाले कीट, जिसे टिक (tick) कहा जाता है, के काटने से फैलता है. यह कीट तिल या चावल के दाने जितना छोटा होता है और अक्सर जंगलों, घास या जानवरों के शरीर पर पाया जाता है. जब कोई संक्रमित टिक किसी व्यक्ति को काटता है, तो जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और धीरे-धीरे संक्रमण फैलाते हैं.

रोग की उत्पत्ति

लाइम रोग का नाम अमेरिका के कनेक्टिकट स्थित ओल्ड लाइम नामक छोटे से शहर के नाम पर रखा गया है, जहाँ 1970 के दशक में कई बच्चे जोड़ों में सूजन और दर्द से पीड़ित थे. डॉक्टरों ने पाया कि इन सभी बच्चों को एक जैसे टिक ने काटा था और उनकी त्वचा पर गोलाकार, लाल चकत्ते पड़ गए थे. वैज्ञानिकों ने बाद में इसके प्रेरक जीवाणु की पहचान की और उसका नाम बोरेलिया बर्गडॉर्फेरी रखा.

एक गलती और सब बर्बाद! कहीं आप भी तो ‘Lakh’ या ‘Lac’ में हो रहे कन्फ्यूज, क्या लिखने पर कैंसिल हो सकता है Cheque?

लाइम रोग के लक्षण 

लाइम रोग के लक्षण तुरंत प्रकट नहीं होते. टिक की लार में मौजूद रसायन दर्द को कम कर देते हैं, इसलिए काटने का पता भी नहीं चलता. गोलाकार, लाल चकत्ते, तेज़ बुखार, सिरदर्द, थकान और जोड़ों में सूजन और दर्द जैसे लक्षण कुछ दिनों बाद दिखाई देते हैं.

गंभीर मामलों में, यह तंत्रिका तंत्र, हृदय या चेहरे की मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकता है. शुरुआती निदान मुश्किल होता है क्योंकि लक्षण सामान्य फ्लू जैसे ही होते हैं. डॉक्टर निदान के लिए दो-चरणीय एंटीबॉडी परीक्षण का उपयोग करते हैं, लेकिन शुरुआती संक्रमण में नकारात्मक परीक्षण आवश्यक हो सकते हैं. उपचार में एंटीबायोटिक्स शामिल हैं, जिनके दुष्प्रभाव हो सकते हैं.

जान लें इसके रोकथाम 

टिक के काटने से बचने के लिए रोकथाम सबसे ज़रूरी उपाय है—जंगली या घास वाले इलाकों में पूरे कपड़े पहनें, और नियमित रूप से अपने शरीर, खासकर गर्दन, कानों के पीछे, कमर और घुटनों की जांच करें. अगर आपको टिक दिखाई दे, तो उसे सावधानीपूर्वक हटा दें और डॉक्टर से सलाह लें. वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि जलवायु परिवर्तन दुनिया के ठंडे इलाकों को और भी गर्म और आर्द्र बना रहा है, जिससे टिकों की आबादी तेज़ी से बढ़ रही है और लाइम रोग का खतरा बढ़ रहा है.

Diwali पर मत जाओ सुनार की दुकान! भारत की इन नदियों में मिलता है भर-भरकर सोना, ये है निकालने का सही तरीका

Advertisement