Breast Implant Side Effects: ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन एक सर्जरी है जिससे ब्रेस्ट का साइज़ बढ़ाया जाता है और इसमें ब्रेस्ट टिश्यू या चेस्ट मसल्स के नीचे ब्रेस्ट इम्प्लांट लगाए जाते हैं. एक्ट्रेस और मॉडल शर्लिन चोपड़ा, जिन्होंने ब्रेस्ट सर्जरी करवाई है, दरअसल उन्होंने 11 नवंबर को इंस्टाग्राम पर ब्रेस्ट इम्प्लांट्स के बारे में अपनी फीलिंग्स शेयर कीं और यह भी बताया कि उन्होंने उन्हें पूरी तरह से हटाने का फैसला क्यों किया. वहीं फिर एक वीडियो में, शर्लिन ने बताया कि उन्होंने कई फिजिकल दिक्कतों की वजह से मंगलवार को अपने ब्रेस्ट इम्प्लांट्स हटवाने के लिए सर्जरी करवाने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि उन्हें अपनी पीठ, छाती, गर्दन और कंधों में लगातार दर्द हो रहा था, जिसे मेडिकल एक्सपर्ट्स ने “भारी” इम्प्लांट्स की वजह बताया.
शर्लिन ने बताए ब्रेस्ट इम्प्लांट की वजह
शर्लिन ने आगे कहा कि सर्जरी का मकसद उनकी ज़िंदगी में फुर्ती, एनर्जी और स्टैमिना वापस लाना है. थोड़ी घबराहट दिखाते हुए, शर्लिन ने माना कि वो अपनी ज़िंदगी में एक नया चैप्टर शुरू करने के लिए उत्साहित हैं. सर्जरी के बाद, उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज़ पर हॉस्पिटल से अपना एक क्लिप शेयर किया और अपने फॉलोअर्स से “उनके लिए प्रार्थना करने” के लिए कहा; उन्होंने लिखा, “हल्का महसूस कर रही हूँ.”
पिछले वीडियो में, शेरलीन ने कहा था कि पिछले कुछ महीनों से मुझे पीठ में, सीने में, गर्दन में, कंधे में लगातार दर्द हो रहा है, और सीने के एरिया में भी लगातार प्रेशर महसूस हो रहा है. कई मेडिकल जांच और मेडिकल एक्सपर्ट्स के साथ बार-बार कंसल्टेशन के बाद, मुझे एहसास हुआ कि मेरे इस लगातार दर्द का कारण, बिल्कुल सही, मेरे भारी ब्रेस्ट इम्प्लांट्स हैं. और इसलिए, अपने भले के लिए और अपनी ज़िंदगी में फुर्ती, एनर्जी और स्टैमिना वापस लाने के लिए, मैंने अपने ब्रेस्ट इम्प्लांट्स को हमेशा के लिए हटवाने का फैसला किया है.
क्या होता है ब्रेस्ट इम्प्लांट
नकली इम्प्लांट्स एक तरह की सर्जिकल सर्जरी होती है जिसमें सिलिकॉन या सेलाइन जेल से बने नकली इम्प्लांट्स को अंदर फिट किया जाता है ताकि स्तनों का आकार बड़ा और प्रभाव जैसा हो. लेकिन अगर आप इस सर्जरी के नुकसान जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. चलिए जान लेते हैं कि इसके क्या-क्या साइड इफेक्ट्स हैं.
ब्रेस्ट इम्प्लांट के साइड इफेक्ट्स
ब्रेस्ट में इन्फेक्शन का खतरा
इम्प्लांट सर्जरी के बाद अगर महिला की अच्छी देखभाल न की जाए, तो उसे विशेष संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है. जो सूजन, दर्द और बुखार का कारण बन सकता है.
ब्रेस्ट पर आने लगेगी सूजन
प्रत्यारोपण के बाद कुछ महिलाओं को लगातार दर्द या सूजन की समस्या महसूस हो सकती है. जो शरीर के ‘रिजेक्शन रिएक्शन’ का संकेत हो सकता है.
फटने का भी रहता है खतरा
समय के साथ सिलिकॉन या सेरीन इंप्लांट्स फैट हो सकते हैं, जिसकी वजह से तरल पदार्थ का पदार्थ शरीर में फैल जाता है, जो बहुत खतरनाक हो सकता है.
स्किन पर पड़ जाते हैं निशान
ब्रेस्ट की त्वचा पर अत्यधिक खिंचाव आने से स्ट्रेच मार्क्स और स्किन ढीली पड़ने लगती है, जिससे ब्रेस्ट का नेचुरल लुक खत्म हो जाता है.
बार-बार सर्जरी की जरूरत
प्रत्येक 8-10 साल बाद रिप्लेसमेंट इंप्लांट्स को बदल दिया जाता है, जिससे सर्जरी और खर्च दोनों बढ़ जाते हैं.
किन महिलाओं को नहीं करवाना चाहिए इंप्लांट?
जिन महिलाओं में कॉपर्स, रूमेटाइड आर्थराइटिस जैसी बीमारियां होती हैं, उनके शरीर में इंप्लांट से इंफ्लेमेशन या एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. कुछ लोगों को सिलिकॉन या सेरीन पदार्थ से एलर्जी हो सकती है, ऐसे लोग अगर डिस्टिलेशन इंप्लांट सर्जरी करवाते हैं तो उन्हें रैशेज, खुजली या सूजन जैसे लक्षण हो सकते हैं.
18 वर्ष से कम आयु की महिलाएं
इस उम्र की महिलाओं का शरीर पूरी तरह से विकसित नहीं होता है. इससे पहले मेडिकल स्टोर से भविष्य में रोगी और शारीरिक समस्याओं में बढ़ोतरी हो सकती है.
गर्भवती महिलाओं के लिए खतरा
गर्भवती या नवजात वाली महिलाओं के शरीर में अलग-अलग बदलाव होते हैं, इसके बाद की वजह से सर्जरी का असर हो सकता है या फिर दूध के इंजेक्शन पर असर पड़ सकता है.
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