SeatSamikaran: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हैं और सभी खास सीटों की चर्चा ज़ोर पर है. आपको बताएंगे खास विधानसभा सीट कल्याणपुर के बारे में जहाँ 2010 में पहली बार चुनाव हुए थे. इस सीट पर अभी तक केवल 3 बार ही चुनाव हुए हैं. साल 2010 में जदयू और भाजपा की संयुक्त उम्मीदवार रजिया खातून को जीत मिली थी. इस सीट के अस्तित्व में आने से पहले रजिया खातून 2005 में भी केसरिया सीट से चुनाव लड़ी चुकी थी जहाँ उनकी हार हो गई थी. साल 2010 में कल्याणपुर सीट से रिजाय खातून ने राजद के मनोज कुमार यादव को लगभग 15 हज़ार वोटों से हरा दिया था. इस चुनाव में कुल 12 उम्मीदवारों ने भाग लिया था. राजद के मनोज कुमार यादव केसरिया से दो बार विधायक रहे और यमुना यादव के पुत्र भी हैं.
कल्याणपुर विधानसभा का अस्तित्व और परिसीमन
संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश, 2008 के अनुसार कल्याण निर्वाचन क्षेत्र संख्या 16 पहली बार अस्तित्व में आया. कल्याणपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कोटवा सामुदायिक विकास खंड,कल्याणपुर सीडी ब्लॉक की परसौनी वाजिद, बखरी, कल्याणपुर, बरहरवा महानंद, सिसवा शोभ, बृंदाबन, पकरी दीक्षित, सिसवा खरार, पटना, गरीबा, शंभू चक, सीतलपुर, कोइला बेलवा, भुवन छपरा, बांसघाट, उत्तरी गवंद्रा, दक्षिण गवंद्रा और मणि छपरा ग्राम पंचायतों से मिल कर बना है.
Seat Samikaran: बिहार चुनाव में क्यों खास है मोकामा विधानसभा सीट?
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव
इस कल्याणपुर सीट पर साल 2015 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के सचिन्द्र प्रसाद सिंह को जीत मिली थी. उन्होंने तत्कालिन विधायक रजिया खातून को 11,488 वोट से हरा दिया जो जद(यू) के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं. सचिन्द्र प्रसाद सिंह इससे पहले भी साल 2010 में केसरिया विधानसभा सीट से विधायक रह चुके थे लेकिन 2015 में उन्होंने कल्याणपुर सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. 2015 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 7 उम्मीदवार चुनावी मैदान में कूदे थे. साल 2010 में राजद के उम्मीदवार रहे मनोज कुमार यादव 2015 में अखिलेश यादव वाली समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे थे तब उन्हें 26,430 वोटें मिली और उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था.
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद के मनोज कुमार यादव भाजपा के सचिन्द्र प्रसाद सिंह को मात्र एक हज़ार वोटों के अंतर से ही हरा पाए थे. इस चुनाव में जीत और हार का अंतर बहुत कम था और लड़ाई नजदीकी थी. राजद के मनोज कुमार यादव को 72,819 वोटें मिली थी और भाजपा के सचिन्द्र सिंह की 71,626 वोटें मिली. यहीं तीसरे स्थान पर मायावती की पार्टी बसपा के उम्मीदवार मोहम्मद बदीउज्जमां को मात्रा 6,367 वोटें मिली. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में यह देखना दिलचस्प होगा की यह सीट किस गठबंधन की और से किसके कहते में जाती है और यहाँ से कौन-सा प्रत्याशी जीत दर्ज करता है.

