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बिहार में महिलाओं को 10 हजार की मदद देने पर बोले प्रशांत किशोर, ये जनता की ताकत

Bihar Pension News: बिहार में हर परिवार की एक महिला को 10 हजार देने क सरकार ने फैसला किया है,आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा

By: Ratna Pathak | Published: August 29, 2025 5:56:21 PM IST



पटना से शैलेन्द्र कुमार की रिपोर्ट:  बिहार में हर परिवार की एक महिला को 10 हजार देने के सरकार के फैसले की तारीफ हो रही है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत कुमार ने इस पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि ये जनता की ताकत है, जिसकी वजह से सरकार को ये फैसला लेना पड़ा। समस्तीपुर में बदलाव यात्रा करने पहुंचे प्रशांत किशोर ने बिहार के नेताओं पर निशाना साधा। नीतीश सरकार के मंत्री श्रवण कुमार के भागने के सवाल पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के सभी भ्रष्ट नेताओं और अफसरों को जन सुराज और प्रशांत किशोर का नाम सुनकर भागना ही है। अभी यह लोग जनता द्वारा गांवों से भगाए जा रहे हैं, नवंबर के बाद हमलोग इन्हें इनके ऑफिस से भगा देंगे।

आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा

प्रशांत किशोर ने कहा किन 20 साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ नहीं किया, अब झूठा ही सही, वादा किए हैं। इसी तरह आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा, रसोइया का सैलरी बढ़ गया। अभी शुरुआत हुई है। अगर बिहार के युवा जाग जायें तो नवंबर के बाद बिहार में देश की सबसे अच्छी व्यवस्था बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जन सुराज ने नवंबर के बाद प्रत्येक परिवार को 20 हजार रुपये का लाभ देने का ऐलान किया है। इसी से डर कर यह 10 हज़ार रुपया देने का ऐलान किए हैं। अगर दे दें तो बहुत अच्छी बात है। यही बात हम जनता को समझा रहे हैं, आप जाग जाइए तो सरकार किसी की भी रहे, आपका फायदा होगा। 

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सरकारी विद्यालयों में सुधार किया जाएगा

इससे पहले प्रशांत किशोर ने  उजियारपुर की जनसभा में जनता से बड़ा वादा करते हुए कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बड़ा ऐलान किया कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाएगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके।इसके अलावा प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद उजियारपुर के या समस्तीपुर के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार भर के ऐसे 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं 10-12 हजार रुपये का रोजगार दे दिया जाएगा।

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