दिवाली से पहले दिल्ली की हवा एक बार फिर चिंता का कारण बन गई है. बढ़ते प्रदूषण स्तर के बीच राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता लगातार चौथे दिन ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शुक्रवार शाम 4 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 254 रहा, जो स्वास्थ्य के लिहाज़ से असुरक्षित माना जाता है. दिल्ली के 38 निगरानी केंद्रों में से पाँच ने तो वायु गुणवत्ता को “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज किया. ऐसे में त्योहारों की रौनक के बीच लोगों की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि ठंडी हवाओं के साथ अब प्रदूषण का असर और बढ़ सकता है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने धनतेरस और दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में बारिश और ठंड के मौसम पर अपडेट जारी अपडेट के अनुसार 18 अक्टूबर को धनतेरस और 20-21 अक्टूबर को दिवाली के दौरान मौसम साफ रहने और हल्की ठंड रहने की उम्मीद है. मौसम सुहावना रहेगा और दिन में धूप खिली रह सकती है. अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है.
बारिश की संभावना कम है
इस हफ्ते दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में सुबह और शाम हल्की ठंड रहेगी, जो धीरे-धीरे बढ़ेगी. बारिश की संभावना कम है, जिससे किसानों और आम जनता को राहत मिलेगी. दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसका उत्तर भारत पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल ला नीना प्रभाव के कारण उत्तर भारत में सर्दी और भी कड़ाके की पड़ सकती है और इसका असर दिवाली के बाद महसूस होने लगेगा.
महीने के अंत तक तापमान में और गिरावट आएगी. धनतेरस और दिवाली के दौरान, उत्तर भारत में सुहावना मौसम रहने की उम्मीद है और दिल्ली-एनसीआर में ठंडी हवाएँ चलेंगी. सुबह और शाम हल्की ठंड रहेगी. महीने के अंत तक तापमान में और गिरावट आने के साथ घना कोहरा छाने की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मानसून देश के अधिकांश हिस्सों से वापस लौट सकता है. इसके अलावा, अक्टूबर में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है.
दिल्ली-एनसीआर में ठंडी हवाएँ बढ़ेंगी, जिससे सुबह और शामें ठंडी होंगी और 20 अक्टूबर के आसपास हल्का कोहरा छा सकता है. अक्टूबर के अंत में तापमान और गिरेगा, जिससे घना कोहरा छाएगा. दिसंबर और जनवरी सबसे ठंडे महीने होते हैं, जब तापमान में काफी गिरावट आती है और घना कोहरा छाया रहता है. सर्दियों में, हिमालय क्षेत्र से आने वाली ठंडी हवाएँ नोएडा और पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पैदा करती हैं.