Home > उत्तर प्रदेश > पिछड़े वर्ग के पांच लाख छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति, 126 करोड़ खातों में होगा ट्रांसफर; शुक्रवार को सीएम योगी करेंगे वितरित

पिछड़े वर्ग के पांच लाख छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति, 126 करोड़ खातों में होगा ट्रांसफर; शुक्रवार को सीएम योगी करेंगे वितरित

Uttar Pradesh news: सरकार ने सितंबर में ही छात्रवृत्ति वितरण प्रक्रिया शुरू कर दी है. पहले चरण में, कक्षा 9 से 12 तक के 2.5 लाख ओबीसी छात्रों को लगभग 62.13 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं.

By: Shubahm Srivastava | Published: October 17, 2025 3:15:11 AM IST



Scholarships to UP Students: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोक भवन में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से लगभग पांच लाख युवाओं को छात्रवृत्तियां वितरित कीं. वित्तीय वर्ष 2025-26 में पहली बार, सरकार ने सितंबर में ही छात्रवृत्ति वितरण प्रक्रिया शुरू कर दी है. पहले चरण में, कक्षा 9 से 12 तक के 2.5 लाख ओबीसी छात्रों को लगभग 62.13 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं. दूसरे चरण में, शुक्रवार को 4.83 लाख से अधिक छात्रों को 126.68 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे.

सरकार का लक्ष्य, तंगी के कारण कोई न रहे शिक्षा से वंचित

उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने कहा कि सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी प्रतिभाशाली छात्र आर्थिक तंगी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे. इस उद्देश्य से, छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया गया है, जिससे यह अधिक पारदर्शी और समयबद्ध हो गई है.

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अटल आवासीय विद्यालय

सरकार ने अटल आवासीय विद्यालयों के छात्रों के लिए भी एक संवेदनशील निर्णय लिया है. लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (बीओसीडब्ल्यू) कार्यालय में आयोजित एक समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पहले निराश्रित या अनाथ माने जाने वाले छात्रों को अब “राज्य आश्रित” कहा जाएगा. श्रम एवं रोजगार विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एम.के. षणमुगा सुंदरम ने बताया कि यह कदम छात्रों को आत्मसम्मान और एक सम्मानजनक सामाजिक पहचान प्रदान करने के लिए उठाया गया है.

इसके अतिरिक्त, अगले शैक्षणिक वर्ष, 2026-27 से, सभी विद्यालयों में चयन प्रक्रिया में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं केंद्रीकृत प्रवेश परीक्षा (सीबीएसई) के माध्यम से आयोजित की जाएंगी. प्रत्येक विद्यालय में नवाचार प्रयोगशालाएं भी स्थापित की जाएंगी. समिति ने सभी छात्रों को स्वास्थ्य बीमा से आच्छादित करने और छात्रावास सुविधाओं, पोषण, खेलकूद और पाठ्येतर गतिविधियों में सुधार करने का भी निर्णय लिया.

सभी विभाग मिलकर करें कार्य

बैठक में श्रम आयुक्त मार्कण्डेय शाही, अटल आवासीय विद्यालयों की महानिदेशक पूजा यादव, नवोदय विद्यालय समिति के अध्यक्ष बी.के. सिन्हा, वित्त, कार्मिक एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा शिक्षाविद उपस्थित थे. प्रमुख सचिव ने निर्देश दिया कि सभी विभाग मिलकर अटल आवासीय विद्यालयों को देश के आदर्श आवासीय विद्यालयों के रूप में विकसित करने के लिए कार्य करें.

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