PCB Chief Mohsin Naqvi: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी को 29 सितंबर, 2025 को एशिया कप फ़ाइनल में उस समय शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा, जब भारतीय खिलाड़ियों ने उनसे ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा पहले ही लिया गया यह फ़ैसला नक़वी के कथित भारत-विरोधी रुख़ के विरोध में था. किसी अन्य अधिकारी द्वारा पुरस्कार प्रदान करने की सलाह दिए जाने के बावजूद, नक़वी ने समारोह जारी रखने का प्रयास किया. जब भारतीय टीम ने मना कर दिया, तो कथित तौर पर वह मेडल लेकर स्टेडियम से बाहर चले गए. इस घटनाक्रम के बाद BCCI ने कड़ा विरोध जताया और ICC मीटिंग में इस मुद्दे को उठाने की चेतावनी दी. बढ़ते दबाव के बीच, नक़वी ने आखिरकार माफ़ी मांगी और ट्रॉफी और मेडल यूएई क्रिकेट बोर्ड को सौंप दिए.
आखिर कौन हैं मोहसिन नक़वी ?
28 अक्टूबर, 1978 को लाहौर में जन्मे नक़वी का करियर पत्रकारिता, मीडिया, राजनीति और अब क्रिकेट प्रशासन में विविधतापूर्ण रहा है. लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन, उन्होंने बाद में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका के ओहायो विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की डिग्री हासिल की. उन्होंने CNN से अपना करियर शुरू किया और बाद में 11 सितंबर के हमलों के बाद दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय प्रमुख बने. 2009 में, उन्होंने सिटी न्यूज़ नेटवर्क की शुरुआत की, जिसकी शुरुआत C42 (बाद में सिटी 42) से हुई, जो एक प्रमुख मीडिया ग्रुप के रूप में विकसित हुआ.
Abhishek Sharma की रूमर्ड गर्लफ्रेंड कौन हैं? खूबसूरती देख टपकने लगेगा पानी
नकवी की राजनीतिक सफलता पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता आसिफ अली जरदारी के साथ घनिष्ठ संबंधों के कारण हुई. PCB गवर्निंग बोर्ड में शामिल होने से पहले, उन्हें जनवरी 2023 से फरवरी 2024 तक पंजाब का केयरटेकर चीफ मिनिस्टर नियुक्त किया गया था. फरवरी 2024 में उन्हें बोर्ड का 37वां अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उनके नेतृत्व में PCB ने स्टेडियमों के अपग्रेड और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए एक हाइब्रिड होस्टिंग मॉडल पर ध्यान केंद्रित किया. एक साल बाद, अप्रैल 2025 में, उन्हें ACC का अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने पूरे एशिया में खेल को बढ़ावा देने का संकल्प लिया.
और भी मामलों में फंस चुके हैं नक़वी
नकवी का करियर बार-बार विवादों से घिरा रहा है. 2009 में उन पर हारिस स्टील मिल्स से जुड़े एक बड़े धोखाधड़ी मामले में रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था, हालांकि बाद में उन्हें कोई सजा नहीं मिली. पंजाब के केयरटेकर चीफ मिनिस्टर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन पर चुनावी अस्थिरता के आरोप लगे थे. उनकी पत्नी वर्दा का नाम भी ‘दुबई लीक्स’ में शामिल था, जिसमें विदेशी संपत्ति रखने का आरोप था, जिसका नकवी ने बचाव करते हुए उसे वैध और कर-योग्य बताया था.
भड़काऊ सोशल मीडिया गतिविधियों से भी उनकी सार्वजनिक छवि को धक्का लगा है. एशिया कप के दौरान भारत का मज़ाक उड़ाने वाले वीडियो शेयर करने के लिए उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसकी एक्सपर्ट्स और पूर्व खिलाड़ियों ने निंदा की थी. पाकिस्तान के पूर्व कोच जेसन गिलेस्पी ने कथित तौर पर इस साल की शुरुआत में PCB में अपनी वरिष्ठ भूमिका के बावजूद टीम-बिल्डिंग सेशंस में शामिल न होने के लिए उनकी आलोचना की थी.
एशिया कप 2025 फ़ाइनल के ट्रॉफी विवाद में मोहसिन नक़वी को भारतीय खिलाड़ियों के ट्रॉफी लेने से इनकार और BCCI के विरोध का सामना करना पड़ा. हालांकि शुरू में उन्होंने ट्रॉफी और मेडल लेकर स्टेडियम छोड़ दिया था, लेकिन बाद में बढ़ते दबाव के चलते नक़वी ने माफ़ी मांग ली और ट्रॉफी UAE क्रिकेट बोर्ड को सौंप दी. यह देर से लिया गया फैसला था, लेकिन खेल भावना और क्रिकेट की गरिमा को बनाए रखने के लिए ज़रूरी था. अब ICC मीटिंग में यह मुद्दा औपचारिक रूप से उठाया जाएगा, जिससे नक़वी की भूमिका और छवि पर और सवाल खड़े हो सकते हैं.