Shahid Afridi Mohsin Naqvi: PCB प्रमुख और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी भारतीय क्रिकेट मीडिया के निशाने पर हैं, क्योंकि 2025 के एशिया कप के दौरान उनकी बातों और कारनामों ने उन्हें सीमा पार एक खलनायक की तरह पेश किया है. रविवार को फाइनल के समापन पर जब नक़वी दुबई स्टेडियम से भारतीय टीम की ट्रॉफी और मैडल लेकर गए, तो उनके और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) प्रमुख के रूप में उनकी भूमिका को लेकर नाराजगी बनी रही.
हालांकि, नक़वी पाकिस्तान में भी आलोचनाओं का शिकार हैं. नक़वी 2024 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष बने, लेकिन उन्होंने एक कठिन बदलाव का दौर देखा है. इसके कारण मेंस टीम के लिए कोचिंग में कई बदलाव हुए हैं, और अब तक बड़े टूर्नामेंटों में निराशाजनक नतीजे मिले हैं.
शाहिद अफरीदी की मोहसिन नक़वी को सलाह
पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान क्रिकेट में दोहरी भूमिका निभाने वाले नक़वी से यह मांग बढ़ गई है कि वे एक पद को छोड़कर दूसरे को अपनाएं और PCB को पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने दें, या तो खुद या किसी और को नियुक्त करके. इस बदलाव की मांग करने वालों में सबसे ज़ोरदार आवाज़ शाहिद अफ़रीदी की है, ख़ासकर उन्होंने नक़वी के सलाहकारों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं.
टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट पर अफ़रीदी ने कहा कि नकवी साहब से मेरी गुज़ायरिश या सलाह यह है कि ये दोनों बहुत अहम पद हैं और ये बड़े काम हैं जिनके लिए समय चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि PCB गृह मंत्रालय से बिल्कुल अलग है, इसलिए इसे अलग रखा जाना चाहिए.
अफ़रीदी ने स्वीकार किया कि यह कोई आसान कदम नहीं है, लेकिन फिर भी उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट में इसे अहमियत दी जानी चाहिए. इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने बताया कि यह एक बड़ा फ़ैसला होगा और इसे जल्द से जल्द लिया जाना चाहिए. पाकिस्तान क्रिकेट को ख़ास ध्यान और समय की ज़रूरत है. नक़वी पूरी तरह से सलाहकारों पर निर्भर नहीं रह सकते.
आखिर में अफरीदी ने कहा कि ये सलाहकार उन्हें कहीं नहीं ले जा रहे हैं और वह खुद कहते हैं कि उन्हें क्रिकेट के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है. उन्हें अच्छे और सक्षम सलाहकार नियुक्त करने की ज़रूरत है जो खेल के बारे में जानते हों.