Aniruddhacharya Viral Video: 22 सितंबर को देश में भारत सरकार द्वारा लागू किए गए GST 2.0 के लागू होने से पहले ही ग्रामीण इलाकों और गांवों में स्थानीय टपरियों और दुकानदारों ने सिगरेट की बिक्री ऊंची दरों पर शुरू कर दी थी. इसकी पुष्टि एक व्यक्ति ने अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) से बातचीत में की है. जिसका वीडियो अब खूब वायरल हो रहा है.
वायरल हो रहा है वीडियो
इंटरनेट पर एक वीडियो में अनिरुद्धाचार्य और उनके एक अनुयायी के बीच एक मजाकिया बातचीत दिखाई गई. शख्स ने अनिरुद्धाचार्य को बताया कि उसे धूम्रपान छोड़ने में परेशानी हो रही है और वह दिन में 10-12 सिगरेट पी जाता है.अनिरुद्धाचार्य ने जब उससे कुछ प्रश्न पूछे तो अनुयायी ने दावा किया कि वह अपने दोस्तों की वजह से ज़्यादा सिगरेट पीता है. उसने बाद में अपने दोस्तों को लोकप्रिय बाबा अनिरुद्धाचार्य से भी मिलवाया.
गावों में GST 2.0 लागू होने को लेकर कही ये बात
जब अनिरुद्धाचार्य ने उस व्यक्ति से पूछा कि क्या वह मानता है कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है? अनुयायी ने हां में जवाब दिया. शख्स ने कहा कि स्थानीय दुकानदार कहते हैं कि सिगरेट का धुआं अंदर लिए बिना पीने से कोई इससे कोई नुकसान नहीं होगा. फिर उसने गुरु को बताया कि उसके घर के पास की छोटी टपरी ने भारत सरकार द्वारा GST 2.0 लागू होने से पहले ही 10 रुपये की सिगरेट 12 रुपये में बेचनी शुरू कर दी थी.
उस व्यक्ति ने अनिरुद्धाचार्य को बताया कि उसका एक स्थानीय दुकानदार से झगड़ा हुआ था. जिसने बाद उस दुकानदार ने उसके पिता को उसके सिगरेट पीने का राज बता दिया. और अगले दिन फिर सिगरेट देने लागा.
‘मुसलमानों अयोध्या छोड़ो-नहीं बनने देंगे कोई मस्जिद’ विनय कटियार ने ये क्या कह दिया?
इंटरनेट पर मचा बवाल
अनिरुद्धाचार्य और इस शख्स के बीच हुई बातचीत इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है. लोग इस पर खूब प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं.एक उपयोगकर्ता ने लिखा जिस तरह से वे हंस रहे हैं उससे पता चलता है कि वे बस तमाशा कर रहे हैं। वे वहां नेकनीयती से नहीं हैं. दूसरे यूजर ने लिखा कि इस शख्स ने बाबा को बोलने ही नहीं दिया. उसने कहा बाबाजी सोच रहे होंगे सवाल भी खुद पूछता है, जवाब भी खुद देता है.”
हालांकि बातचीत में जीएसटी 2.0 के दुरुपयोग पर प्रकाश डाला गया क्योंकि स्थानीय टपरियों ने सरकार के कदम उठाने से पहले ही ग्राहकों को बढ़ी हुई कीमतों पर सिगरेट बेचना शुरू कर दिया था. भारत सरकार की जीएसटी परिषद ने जीएसटी 2.0 के तहत सिगरेट और तंबाकू उत्पादों, जिनमें पान मसाला, सिगार, सिगारिलो, हुक्का और इसी तरह के अन्य उत्पाद शामिल हैं पर पिछले 28 प्रतिशत कर स्लैब की तुलना में 40 प्रतिशत कर लगाया था.