Lalu Prasad Yadav land for job case: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है. लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से जुड़े एक अहम मामले में 13 अक्टूबर को कोर्ट का फैसला आने वाला है. क्या यह फैसला राजद और महागठबंधन के लिए झटका होगा या राहत?
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के लिए ज़मीन के बदले रोज़गार का मामला बेहद अहम मोड़ पर है. दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने घोषणा की है कि वह इन तीन प्रमुख व्यक्तियों और अन्य अभियुक्तों से जुड़े इस मामले में 13 अक्टूबर को अपना फैसला सुनाएगी.
यह मामला 2004 और 2009 का है, जब लालू यादव केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे. आरोप है कि इस दौरान, रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियों के बदले में उनके या उनके परिवार के लोगों से ज़मीन और संपत्तियाँ हासिल की गईं. सीबीआई जाँच में पाया गया कि ये ज़मीनें बाज़ार दरों से काफ़ी कम दामों पर हासिल की गईं, जो भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का संकेत है.
अदालत ने सभी अभियुक्तों को 13 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है. बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र यह फैसला बेहद अहम है और इसका राजद और महागठबंधन पर असर पड़ सकता है. इससे पहले 24 सितंबर को होने वाले फैसले को टाल दिया गया था, अब 13 अक्टूबर की नई तारीख तय की गई है.
अगर अदालत का फैसला लालू परिवार के खिलाफ जाता है, तो यह राजद और महागठबंधन के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है. हालांकि, अगर उन्हें राहत मिलती है, तो यह विपक्षी दलों के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है. सभी को बेसब्री से फैसले का इंतजार है, जिसका बिहार की राजनीति पर असर पड़ सकता है.
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