फेस्टिव सीज़न सेल का दौर चल रहा है और हर कोई सस्ते दामों पर सामान खरीदने के लिए बेताब है. ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफ़ॉर्म्स भारी छूट और ऑफ़र देकर लोगों को लुभा रही है, लेकिन इसी बीच धोखेबाज़ भी सक्रिय हो जाते हैं. नकली वेबसाइट और फर्जी ऐप्स के ज़रिए ग्राहकों को लुभाकर उनके पैसे उड़ाए जाते हैं. ऐसे समय में आपकी थोड़ी सी लापरवाही बड़ा नुकसान करा सकती है. इसलिए इन दिनों ऑनलाइन खरीदारी करते वक्त आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। आइए जानते हैं कि यह ऑनलाइन धोखाधड़ी कैसे होती है और आप इससे कैसे बच सकते हैं.
सेल के नाम पर धोखाधड़ी कैसे होती है?
त्योहारों का मौसम आते ही कंपनियाँ अपनी सेल का ज़ोर-शोर से प्रचार करती हैं. सोशल मीडिया, टीवी विज्ञापनों और इंटरनेट पर हर जगह छूट और ऑफ़र छाए रहते हैं. लोग इन सेल का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं. इसी बीच, धोखेबाज़ भी इसी मौके का इंतज़ार करते हैं. वे असली वेबसाइट जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट या ऐप बनाते हैं.
ये घोटाले कंपनी के नाम, लोगो और इंटरफ़ेस की नकल करते हैं, जो सभी असली ऐप और वेबसाइट जैसे दिखते हैं. ये स्कैमर सोशल मीडिया, टेक्स्ट मैसेज या ईमेल के ज़रिए लोगों को लिंक भेजते हैं. जैसे ही कोई व्यक्ति छूट के लालच में इन लिंक पर क्लिक करता है, उसकी बैंक डिटेल्स चोरी हो जाती हैं और उसके खाते से पैसे निकल जाते हैं.
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आप इस धोखाधड़ी से कैसे बच सकते हैं?
अगर आप ऑनलाइन सेल के दौरान कुछ खरीदने की सोच रहे हैं, तो सावधानी ज़रूरी है. किसी भी अनजान लिंक, मैसेज या ईमेल पर कभी भी क्लिक न करें. हमेशा आधिकारिक ई-कॉमर्स वेबसाइट या उनके आधिकारिक ऐप से ही खरीदारी करें. किसी भी ऑफ़र पर तुरंत भरोसा न करें. सामान्य से ज़्यादा कीमत वाले ऑफ़र के झांसे में न आएँ, क्योंकि धोखेबाज़ अक्सर लोगों को लुभाने के लिए ऐसे ऑफ़र देते हैं.
किसी भी थर्ड-पार्टी वेबसाइट पर कभी भी अपनी बैंक डिटेल्स या पासवर्ड न डालें. इसके अलावा, अगर कोई लिंक व्हाट्सएप या सोशल मीडिया से आता है, तो उसका यूआरएल ज़रूर चेक करें. अगर वह संदिग्ध लगे, तो उस पर क्लिक न करें. अगर आप थोड़ी सावधानी बरतेंगे, तो आप इस तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी से बच सकते हैं.
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