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Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए मिट्टी का कलश क्यों माना जाता है शुभ?

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि देवी दुर्गा की उपासना का प्रमुख पर्व है, जिसकी शुरुआत घटस्थापना और कलश स्थापना से होती है.मान्यता है कि कलश में देवी शक्ति का वास होता है और इसे ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है.कलश तांबे या चांदी का भी स्थापित किया जा सकता है, लेकिन मिट्टी का कलश विशेष रूप से शुभ माना गया है.इसके पीछे धार्मिक, पौराणिक और आध्यात्मिक कारण बताए गए हैं, जो इसे और अधिक फलदायी बनाते हैं.

By: Shivi Bajpai | Published: September 21, 2025 12:28:59 PM IST



Shardiya Navratri 2025 Kalash Sthapana: नवरात्रि में कलश स्थापना को अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली विधि माना गया है.यह कलश देवी शक्ति का प्रतीक होता है और इसे ब्रह्मांडीय ऊर्जा का आधार माना जाता है.यद्यपि कलश तांबे, पीतल या चांदी का भी हो सकता है, लेकिन मिट्टी का कलश विशेष रूप से शुभ और पवित्र माना जाता है.इसके पीछे कई धार्मिक और आध्यात्मिक कारण बताए गए है.

कलश स्थापना के लिए मिट्टी का कलश क्यों है शुभ

1. प्रकृति और पवित्रता का प्रतीक

मिट्टी पृथ्वी तत्व का प्रतीक है और जीवन का आधार भी.शास्त्रों के अनुसार पंचमहाभूतों (आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी) में पृथ्वी सबसे स्थायी और पोषक मानी जाती है.मिट्टी का कलश स्थापित करना देवी को उनके प्राकृतिक रूप में समर्पित करना है.

2. शक्ति और स्थिरता का प्रतीक

मिट्टी का कलश सरल, शुद्ध और स्थिर माना जाता है.इसमें देवी के आवाहन से उत्पन्न ऊर्जा लंबे समय तक टिकती है.यही कारण है कि नवरात्र जैसे नौ दिनों के पर्व में मिट्टी का कलश ऊर्जा को स्थिर और संतुलित बनाए रखता है.

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3. जौ बोने में उपयोगी

नवरात्रि में कलश के पास मिट्टी में जौ बोए जाते हैं.यदि कलश भी मिट्टी का हो तो उसमें नमी और ऊर्जा का संतुलन बना रहता है, जिससे जौ अच्छे से अंकुरित होते हैं.यह उन्नति और समृद्धि का शुभ संकेत माना जाता है.

4. साधना और सादगी का प्रतीक

धार्मिक मान्यता है कि पूजा में आडंबर से अधिक सादगी और शुद्धता मायने रखती है.मिट्टी का कलश स्वाभाविक रूप से सरल और सुलभ होता है, इसलिए इसे अधिक पवित्र और ग्रहणीय माना गया है.

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