Solar Eclipse 2025: साल 2025 में सूर्यग्रहण 21 सितंबर 2025, सोमवार को देखा जाएगा. ये साल का आखिरी ग्रहण होगा. ये रात में 10 बजकर 59 मिनट से देर रात 3 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. जैसा कि ये ग्रहण रात में पड़ने वाला है इसलिए इसका प्रभाव भारत में नहीं दिखेगा. इसलिए यहां सूतक काल नहीं माना जाएगा.
ग्रहण और गर्भवती महिलाएं
प्राचीन शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा और हानिकारक किरणों का प्रभाव बढ़ जाता है. माना जाता है कि इस समय लापरवाही से मां और गर्भस्थ शिशु पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में विशेष नियमों का पालन करना चाहिए.
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सूर्य ग्रहण के समय बरती जाने वाली सावधानियां:
घर के भीतर रहें: ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. सूर्य की सीधी किरणें बच्चे पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं.
तीखे या नुकीले वस्त्र का प्रयोग न करें: मान्यता है कि ग्रहण काल में कैंची, चाकू या सिलाई-कढ़ाई के उपकरण का उपयोग करने से बच्चे के शरीर पर निशान पड़ सकते हैं.
खाना-पीना वर्जित: ग्रहण के दौरान भोजन और पानी ग्रहण नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि इस समय भोजन में कीटाणु जल्दी पैदा होते हैं. ग्रहण से पहले पका हुआ भोजन ढककर रख दें और ग्रहण खत्म होने के बाद ही नया भोजन तैयार करें.
जप और ध्यान करें: गर्भवती महिलाएं इस समय भगवान के मंत्रों का जाप करें या ध्यान लगाएं. इससे मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.
तुलसी या कुश रखें पास : परंपरा के अनुसार ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं अपने पास तुलसी पत्ता या कुश रख सकती हैं. इसे शुभ और सुरक्षात्मक माना गया है.
ग्रहण के बाद स्नान और शुद्धिकरण – ग्रहण समाप्त होने पर स्नान करें, स्वच्छ वस्त्र पहनें और गंगाजल का छिड़काव करें. इसके बाद ही सामान्य दिनचर्या शुरू करें.