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Sudan Gurung कौन हैं? जिनकी एक आवाज पर Gen Z ने फूंक दिया नेपाल

sudan gurung: नेपाल विरोध प्रर्दशन में युवाओं की इस भीड़ को एकजुट करने और दिशा देने का काम हामी नेपाल नाम के एक संगठन ने किया।

By: Divyanshi Singh | Last Updated: September 9, 2025 3:01:52 PM IST



Sudan Gurung: नेपाल की Gen Z ने सरकार के खिलाफ बगावत (Nepal Gen Z Protest) कर दिया है। सड़कों पर लाखों युवाओं का गुस्सा उबल रहा है। भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और बिगड़ती अर्थव्यवस्था से परेशान नेपाल के यूवा अब बदलाव के लिए सड़क पर उतर गए हैं।  यह विरोध प्रर्दशन सोशल मीडिया पर बैन (Social media ban) लगाने के सरकार के एक फैसले से शुरू हुआ। अब ये विरोध प्रर्दशन भायनक रूप ले लिया है। व्यापक आंदेलन को देखकर ओली सरकार ने देर रात सोशल मीडिया से बैन हटा लिया है। सरकार के कई मंत्री लगातार इस्तीफा दे रहे हैं। नेपाल सरकार के गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और कृषि मंत्री समेत 10 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

इस संगठन ने युवाओं को किया एक जुट 

आपको बता दें कि इस विरोध प्रर्दशन में युवाओं की इस भीड़ को एकजुट करने और दिशा देने का काम हामी नेपाल नाम के एक संगठन ने किया। इस संगठन के प्रमुख 36 वर्षीय सुदान गुरुंग हैं। गुरुंग आज नेपाल की Gen Z के लिए आशा और बदलाव का नया प्रतीक माने जाते हैं।

गुरुंग की ताकत छात्र और युवा हैं। उनका आंदोलन पूरी तरह से डिजिटल साधनों पर आधारित रहा है। इंस्टाग्राम, डिस्कॉर्ड और यूट्यूब पर वे न सिर्फ़ विरोध प्रदर्शन के रास्ते बताते रहे, बल्कि सुरक्षा निर्देश भी साझा करते रहे। उन्होंने छात्रों से स्कूल यूनिफॉर्म और किताबें लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की। युवाओं को यह अंदाज़ पसंद आया और आंदोलन को एक नया रंग मिला।

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कौन हैं गुरुंग ? 

कभी इवेंट ऑर्गनाइज़र रहे सुदान ने अपने करियर की दिशा ही बदल दी। भूकंप के बाद उन्होंने राहत सामग्री पहुंचाने से लेकर बाढ़, भूस्खलन और महामारी तक, हर आपदा में काम किया। हामी नेपाल अब तक हज़ारों परिवारों तक खाना, कपड़े और दवाइयाँ पहुंचा चुके हैं। उनका मंत्र है  जनता के लिए, जनता द्वारा। सुदान गुरुंग और उनके साथियों की लड़ाई ने व्यवस्था को झुकने पर मजबूर कर दिया। जिसके बाद सोशल मीडिया से बैन हटाया गया। 

सिर्फ़ विरोध प्रदर्शन ही नहीं, सुदान गुरुंग पहले भी जनांदोलनों को दिशा दे चुके हैं। धरान में घोपा कैंप विरोध प्रदर्शन से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता की माँग तक, वे हमेशा सक्रिय रहे हैं। यही ट्रैक रिकॉर्ड उन्हें आज नेपाल के युवाओं के बीच सबसे भरोसेमंद चेहरा बनाता है। आज सुदान गुरुंग सिर्फ़ एक एनजीओ प्रमुख ही नहीं, बल्कि जेन Z की आवाज़ बन गए हैं।

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