Hate story 1: एक फिल्म ने आज से 13 साल पहले बॉक्स ऑफिस पर तूफान ला दिया था। इस फिल्म का निर्देशन विवेक रंजन अग्निहोत्री ने किया था। जी हां ये वही डायरेक्टर हैं जिन्होंने द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्ट किया था। सिनेमाघरों में तहलका मचाने वाली ये इरोटिक थ्रिलर फिल्म है। इस फिल्म में एक महिला पत्रकार की कहानी देखने को मिलेगी। जो अपने दोस्त के साथ मिलकर स्टिंग ऑपरेशन करती है। लेकिन जब इस बात का पता उस बिजनेसमैन को लगता है, तो वह पत्रकार से बदला लेने की ऐसी साजिश रचता है। जिससे उसकी जिंदगी में भूचाल आ जाता है। इस फिल्म का नाम Hate story 1 है।
क्या है फिल्म की कहानी?
इस फिल्म की कहानी विक्रम भट्ट ने लिखी था। इस फिल्म में कई मुख्य किरदार देखने को मिले थे जैसे- निखिल द्विवेदी, गुलशन देवैया, पाओली दाम और मोहन कपूर। महीला पत्रकार का किरदार पाओली दाम ने अदा किया था। वहीं इसके दोस्त का रोल निखिल द्विवेदी ने निभाया था। इस बिजनेसमैन का नाम सिद्धार्थ धनराजगीर होता है। जो महीला पत्रकार से बदला लेने ते लिए काव्या को अपनी कंपनी में तीन सौ प्रतिशत का हाइक देता है। बदला लेने के दौरान दोनों में प्यार हो जाता है। दोनों का ये प्यार परवान भी चढ़ने लगता है।
प्यार और बदले का जुनून
वहीं जब काव्या ऑफिस जाती है, तो उसे वहां से भगा दिया जाता है। फिर सिद्धार्थ खुद उसे कहता है कि उसने केवल बदले के लिए प्यार का नाटक किया था। तब उसे पता लगता है कि काव्या प्रेग्नेंट है और सिद्धार्थ के बच्चे की मां बनने वाली है। जब सिद्धार्थ को इस बारे में पता लगता है तो वह उसे किडनेप करता है और उसका अबॉशन करा देता है। जिसके बाद काव्या बदले की आग में जलने लगती है। फिर काव्या बड़े-बड़े अधिकारियों संग संबंध बनाकर कंपनी की डीटेल लीक कराती है। यहां तक की बदले के लिए वह कैबिनेट मंत्री के. मल्होत्रा के करीब भी चली जाती है। लेकिन अंत में उसकी मौत हो जाती है। काव्या की मौत किसने की और कैसे हुई। इसे जानने के लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी।