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वर्कआउट के दौरान Heart Attack के मामले आखिर क्यों बढ़ रहे हैं? इन 4 टेस्ट से पता करें अपने दिल की सेहत

Tests for Heart Health: हाल ही के कुछ समय में वर्कआउट के दौरान कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के काफी केसेस देखने को मिले हैं और अभी भी देखने को मिल रहे हैं. दरअसल, पहले तो यह समस्या अकसर बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलती थी लेकिन आजकल ये हार्ट अटैक आने की समस्या 30 से 40 साल के युवाओं में भी देखी जा रही है।

By: Akriti Pandey | Published: August 9, 2025 12:56:05 PM IST



Tests for Heart Health: हाल ही के कुछ समय में वर्कआउट के दौरान कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के काफी केसेस देखने को मिले हैं और अभी भी देखने को मिल रहे हैं. दरअसल, पहले तो यह समस्या अकसर बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलती थी लेकिन आजकल ये हार्ट अटैक आने की समस्या 30 से 40 साल के युवाओं में भी देखी जा रही है। सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात ये है की ये लोग बिलकुल फिट और एक्टिव दिखते थे लेकिन इसके बाद भी वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक आने के केसेस देखने को मिल रहे हैं. लेकिन आप कुछ टेस्ट्स करवा कर दिल की सेहत का पता लगा सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक का रिस्क कम हो सकता है. चलिए जानते हैं कौन से हैं वो टेस्ट. 

वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक आने कारण

इसके कई कारण हो सकते हैं- 

1. अगर आप अचानक से तेज एक्सरसाइज करते हैं तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है जिससे आपके दिल पर दबाव पड़ता है. 
2. इसका एक कारण हाई कोलेस्ट्रॉल भी है. अगर आपकी आर्टरीज में ब्लॉकेज है तो शरीर में दिल तक ब्लड फ्लो रुक जाता है. 
3. मोटापा और डायबिटीज, ये दो ऐसी बीमारियां हैं जिनसे हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है. 
4. कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको दिल से जुड़ी समस्याएं पहले से होते हैं, जिससे वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने की समस्या हो सकती है. 

हार्ट की समस्या जानने के लिए टेस्ट

1. ब्लड प्रेशर टेस्ट 
ब्लड प्रेशर एक ऐसी बिमारी है जो हार्ट और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाती है. अगर आपको हार्ट डिजीज या हाई बीपी का खतरा रहता है तो आपको नियमित रूप से बीपी चेक करवाना चाहिए और यदि आपका बीपी 120/80 mmHg से कम है, वो लोग साल में एक बार बीपी चेक करवा सकते हैं. 

2. कोलेस्ट्रॉल टेस्ट 
कोलेस्ट्रॉल आपकी आर्टरीज में प्लाक जमा कर सकता है जो हार्ट अटैक के खतरे को काफी बढ़ा सकता है. सामान्य लोगों को हर 4 से 5 सालों में एक बार  यह टेस्ट जरूर कराना चाहिए. और अगर आपको डायबिटीज या हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या है तो आपको साल में एक बार चेकअप जरूर करवाना चाहिए.  

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3. ब्लड ग्लूकोज टेस्ट 
हार्ट अटैक का एक मुख्य कारण डायबिटीज है, और  ब्लड शुगर लेवल चेक करवाने से आपको डायबिटीज और प्रीडायबिटीज का पता लग सकता है, जो हार्ट की बीमारी के रिस्क को कम कर सकता है. अमेरिका के डायबिटीज एसोसिएशन अकॉर्डिंग, जिनकी आयु 45 से ज्यादा है उन सभी लोगों को यह टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. अगर आपका शुगर नार्मल भी है तो आपको हर 3 साल में टेस्ट करवाते रहना चाहिए और यदि आपका शुगर लेवल जयदा है तो नियमित ब्लड शुगर टेस्ट बहुत जरुरी है. 

4. वजन और बीएमआई चेक
बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स, वेट तथा वेस्ट साइज को टेस्ट करवाकर आप दिल का स्वास्थ्य आसानी से पता लगा सकते हैं. यदि आपका बीएमआई 25 से ज्यादा है तो वेस्ट साइज को भी मापना चाहिए क्यूंकि पेट की चर्बी से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

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Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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