Anna Hazare Movement: एक बार फिर’सामाजिक कार्यकर्ता’ एना हज़ारे एक्शन मोड में आ गए हैं. जहां पहले इन्होने UPA सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन किया था वहीं अब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने एक बार फिर आवाज उठाई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें अब वो एक बार फिर भूख हड़ताल का जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं। दरअसल, उन्होंने महायुति सरकार के कामकाज से अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है। वो महाराष्ट्र में लोकायुक्त एक्ट लागू करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू करेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि अगर एक मज़बूत लोकायुक्त एक्ट नहीं बनाया गया, तो उन्हें जीने की कोई इच्छा नहीं होगी।
CM को सौंपा लेटर
वहीं, उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक लेटर लिखा है। अपने लेटर में उन्होंने कहा कि लेजिस्लेटिव असेंबली, लेजिस्लेटिव काउंसिल और गवर्नर की मंज़ूरी के बावजूद बिल का इम्प्लीमेंटेशन दो साल से पेंडिंग है। यह कोई पर्सनल मामला नहीं है, बल्कि करप्शन के खिलाफ़ पब्लिक प्रोटेस्ट है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में विलपावर की कमी है और ऐलान किया कि वो 30 जनवरी, 2026 से रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल करेंगे।
किन मांगों पर अड़े अन्ना हजारे
- जानकारी के मुताबिक, अन्ना हजारे महाराष्ट्र में एक मज़बूत लोकायुक्त एक्ट को तुरंत लागू करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर जा रहे हैं।
- दरअसल, उनका कहना है कि लेजिस्लेटिव असेंबली और काउंसिल में बिल को मंज़ूरी मिलने और गवर्नर की मंज़ूरी के बावजूद इसे लागू नहीं किया गया है। इसलिए, करप्शन रोकने के लिए आमरण अनशन ज़रूरी है।
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने 28 दिसंबर, 2022 को लेजिस्लेटिव असेंबली में और 15 दिसंबर, 2023 को लेजिस्लेटिव काउंसिल में लोकायुक्त बिल पास किया था। लेकिन, इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है, इसीलिए अन्ना ने एक बार फिर भूख हड़ताल का हथियार उठा लिया है.
- दोनों सदनों में मंज़ूरी मिलने के बाद, इसे ‘महाराष्ट्र लोकायुक्त और उप लोकायुक्त एक्ट, 2022’ के तौर पर लागू किया जाएगा।
- हालांकि, यह बिल लागू नहीं किया गया है। इसलिए, अन्ना हजारे ने एक बार फिर अनशन की धमकी दी है।