Home > विदेश > दुनिया के सबसे ताकतवर देश में क्यों बिगड़े हालात, ट्रंप ने दिए 300 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती के आदेश

दुनिया के सबसे ताकतवर देश में क्यों बिगड़े हालात, ट्रंप ने दिए 300 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती के आदेश

शिकागो में प्रदर्शनकारियों और संघीय आव्रजन एजेंटों के बीच झड़प के दौरान एक महिला को गोली मार दी गई, जिसके बाद ट्रंप ने  300 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती के आदेश दिए.

By: Divyanshi Singh | Last Updated: October 5, 2025 2:02:26 PM IST



Us Chicago immigration clash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गाजा युद्ध में अहम भूमिका निभा रहे हैं. जहां एक ओर वह संघर्ष को समाप्त करने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके अपने देश शिकागो में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. शिकागो एक बार फिर सुर्खियों में है. बिगड़ते हालात के चलते राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को 300 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया. हालांकि, इलिनोइस के गवर्नर जे.बी. प्रित्जकर ने इस कदम का विरोध किया है. ट्रंप द्वारा नेशनल गार्ड तैनात करने का यह फैसला संघीय आव्रजन एजेंटों (federal immigration agents)और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद आया है. झड़प के दौरान एक महिला को गोली लगी.

महिला को गोली मारी गई

यह झड़प ब्राइटन पार्क इलाके में हुई, जहां अमेरिकी सीमा गश्ती एजेंटों ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों के लगभग 10 वाहनों ने उन्हें घेर लिया और उनमें टक्कर मार दी. एजेंटों के अनुसार, एक महिला ने उन पर अर्ध-स्वचालित हथियार तान दिया, जिसके बाद उन्होंने जवाबी गोलीबारी की. अमेरिकी नागरिक यह महिला गोली लगने के बाद खुद अस्पताल गई, लेकिन उसकी स्थिति के बारे में कोई जानकारी जारी नहीं की गई. कोई भी संघीय अधिकारी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ.

सुरक्षा आदेश बढ़ाए गए

होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने कहा कि इलाके में सुरक्षा बनाए रखने के लिए विशेष अभियान दल भेजे जा रहे हैं. उन्होंने हमले को अकारण और हिंसक बताया.

विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?

इस बीच, शिकागो में आव्रजन अधिकारियों की बढ़ती मौजूदगी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने ICE (आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन) केंद्रों के बाहर वाहनों को रोक दिया, जिसके बाद एजेंटों को मिर्च स्प्रे और रबर की गोलियों का इस्तेमाल करना पड़ा.

राज्यपाल और व्हाइट हाउस के बीच टकराव

राज्यपाल प्रित्जकर नेशनल गार्ड की तैनाती के खिलाफ थे. राज्यपाल प्रित्जकर ने ट्रम्प के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसी राष्ट्रपति द्वारा किसी राज्य की सीमाओं के भीतर उसके राज्यपाल की इच्छा के विरुद्ध सैन्य बलों की तैनाती का आदेश देना पूरी तरह से अस्वीकार्य और गैर-अमेरिकी है.

बढ़ते टकराव

यह गोलीबारी शिकागो, न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स और पोर्टलैंड जैसे प्रमुख शहरों में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच हुई है. पिछले हफ्ते, ब्रॉडव्यू ICE केंद्र के बाहर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई थी, जहाँ हिरासत में लिए गए प्रवासियों के परिवहन को रोकने का प्रयास किया गया था. देश भर में प्रदर्शनकारी संघीय एजेंसियों द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग और लोकतांत्रिक अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं.

ट्रंप को नोबेल प्राइज मिलना पक्का! गाजा में कर दिया सबसे बड़ा खेला

Advertisement