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NATO के इस छोटे देश के हाथों लगा बड़ा खजाना, जाने Trump-Putin की क्यों बढ़ी टेंशन?

Hungary Oil Discovery: नाटो सदस्य देश हंगरी को एक बड़ा तेल भंडार मिला है, जहां से हर दिन लगभग 1000 बैरल तेल का उत्पादन हो सकता है.

By: Shubahm Srivastava | Published: September 12, 2025 5:24:13 PM IST



Hungary Oil Discovery: नाटो के सदस्य देश हंगरी को एक बड़ा खजाना मिला है, जिससे उसकी सारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी. दरअसल, हंगरी को एक बड़ा तेल भंडार मिला है. खबरों के मुताबिक, यह इतना बड़ा है कि इससे हर दिन लगभग 1000 बैरल तेल का उत्पादन हो सकता है. हंगरी के लिहाज से यह खबर उसके और बाकी यूरोप के लिए और भी खास है, क्योंकि ये सभी तेल और गैस के लिए दूसरे महाद्वीपों पर निर्भर हैं.

हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, यूरोप का रूसी तेल और गैस का आयात भी काफी हद तक कम हो गया है. हंगरी पहले ही इस बारे में चेतावनी दे चुका है.

कहां पर मिला तेल का भंडार?

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हंगरी की तेल और गैस कंपनी एमओएल ने बताया कि यह भंडार उत्तरी हंगरी के गल्गाहेविज़ शहर के पास 2,400 मीटर की गहराई पर मिला है. कंपनी ने कहा है कि इस खोज से देश की ऊर्जा आपूर्ति सुरक्षा मजबूत होगी और आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी.

हंगरी पर मंडरा रहा खतरा

बता दें कि रूस-यूक्रेन जंग का असर यूरोप पर भी दिख रहा है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण द्रुज्बा पाइपलाइन है, जो हंगरी तक रूसी तेल पहुंचाती है. समस्या ये है कि यूक्रेन की तरफ से लगातार इस पाइपलाइन पर हमला हो रहा है, जिससे हंगरी की ऊर्जा सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है. इसको लेकर हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो पहले ही चिंता जता चुके हैं. बता दें कि नाटो का सदस्य होने के बाद भी हंगरी लगातार रूस से तेल खरीद रहा है.

लेकिन गल्गाहेविज़ शहर के पास मिले तेल के भंडार के बाद शायद अब हंगरी का तेल और गैस को लेकर रूस के ऊपर से निर्भरता खत्म हो जाए, जो कि पुतिन के लिए अच्छी खबर नहीं है.

हंगरी का दूसरे यूरोपीय देशों पर आरोप

हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने अपने देश का बचाव करते हुए कहा है कि ‘हंगरी के पास कोई और विकल्प नहीं है.’ इसके अलावा, उन्होंने अन्य यूरोपीय देशों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ यूरोपीय देश सार्वजनिक रूप से रूस का विरोध करने के बावजूद बिचौलियों के जरिए चोरी-छिपे सस्ता रूसी तेल खरीद रहे हैं. बता दें कि हंगरी के अलावा, स्लोवाकिया भी इस समय रूस से तेल और गैस खरीद रहा.

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