Maria Corina Machado: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला की मुख्य विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को शुक्रवार को प्रदान किया गया. मारिया कोरिना मचाडो को लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए उनके योगदान के लिए वेनेजुएला की आयरन लेडी के रूप में भी जाना जाता है.
100 सबसे प्रभावशाली लोगों’ की सूची में शामिल
मारिया कोरिना मचाडो का नाम टाइम पत्रिका की ‘2025 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों’ की सूची में शामिल है. वेनेजुएला की यह राजनेता पिछले साल हुए चुनाव के बाद से ही छिपी हुई हैं जिसे व्यापक रूप से मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो द्वारा धांधली के रूप में देखा गया था.
नोबेल शांति पुरस्कार मारिया को मिलना ट्रम्प को निश्चित रूप से परेशान करेगा. क्योंकि उन्होने बार-बार ये तर्क दिया है कि “आठ युद्धों” को सुलझाने के लिए वह पुरस्कार जीतने के हकदार थे.
हाल के महीनों में ट्रम्प ने वेनेजुएला में मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों को लेकर मादुरो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और सभी राजनयिक प्रयासों को रोक दिया है.
नोबेल समिति ने क्या कहा ?
नोबेल शांति पुरस्कार का एलान करते हुए नोबेल समिति ने कहा कि वह वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने में मचाडो के “अथक कार्य” और “तानाशाही से लोकतंत्र में एक न्यायसंगत और शांतिपूर्ण संक्रमण प्राप्त करने के संघर्ष” के लिए उन्हें सम्मानित कर रही है.
BREAKING NEWS
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2025 #NobelPeacePrize to Maria Corina Machado for her tireless work promoting democratic rights for the people of Venezuela and for her struggle to achieve a just and peaceful transition from dictatorship to… pic.twitter.com/Zgth8KNJk9— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2025
समिति ने मचाडो की “शांति के एक साहसी और प्रतिबद्ध समर्थक” के रूप में सराहना की जो “बढ़ते अंधकार के दौरान लोकतंत्र की लौ को जलाए रखते हैं”.
कौन है मारिया कोरिना ?
मारिया कोरिना मचाडो का जन्म 7 अक्टूबर 1967 को वेनेजुएला की राजधानी कराकास में हुआ था. उन्होंने एंड्रेस बेलो कैथोलिक विश्वविद्यालय से औद्योगिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इंस्टीट्यूटो डी एस्टुडियोस सुपीरियरेस डी एडमिनिस्ट्रेशन से वित्त में स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
ट्रंप को आठ देशों ने किया था नामांकित
ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए आठ देशों ने नामांकित किया था.इनमें पाकिस्तान और इज़राइल के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका, आर्मेनिया, अज़रबैजान, माल्टा और कंबोडिया शामिल हैं. नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकन प्रक्रिया हर साल 1 फरवरी से शुरू होती है. केवल उस तिथि तक प्राप्त नामांकन ही मान्य होते हैं. 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2025 थी.
पिछले साल किसे मिला था पुरस्कार?
पिछले साल जापान के निहोन हिदानक्यो को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था. निहोन हिडांक्यो की स्थापना 1956 में हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिकी परमाणु बम हमलों से प्रभावित लोगों द्वारा की गई थी, जिन्होंने शारीरिक पीड़ा और दर्दनाक यादों के बावजूद, शांति के लिए आशा और संबंध बनाने के लिए अपने अनुभवों का उपयोग करना चुना.