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अमेरिका से ट्रेड डील के ठीक बाद जापान में मचा भूचाल, गिर गई Shigeru Ishiba की सरकार ?

Japan PM Shigeru Ishiba:इशिबा पिछले साल अक्टूबर में जापान के प्रधानमंत्री बने थे। पिछले एक महीने से वह अपनी ही पार्टी के दक्षिणपंथी विरोधियों की मांगों का विरोध कर रहे हैं।

By: Divyanshi Singh | Last Updated: September 7, 2025 1:25:54 PM IST



Japan Prime Minister: हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump)ने जापान के साथ व्यापार समझौते (Trade agreements) से संबंधित एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया था। वहीं अब जापान से हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा  (Japan PM Shigeru Ishiba) ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में फूट से बचने के लिए इस्तीफा देने का फैसला किया है। इशिबा का इस्तीफा प्रधानमंत्री बनने के एक साल के भीतर ही होने वाला है। जुलाई में हुए संसदीय चुनावों में एलडीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से ही उनके इस्तीफे की मांग तेज हो गई थी। हालांकि, इशिबा ने यह नहीं बताया कि वह पद कब छोड़ेंगे।

अक्टूबर 2024 में बने थे पीएम

इशिबा पिछले साल अक्टूबर में जापान के प्रधानमंत्री बने थे। पिछले एक महीने से वह अपनी ही पार्टी के दक्षिणपंथी विरोधियों की मांगों का विरोध कर रहे हैं। जुलाई में हुए संसदीय चुनावों में इशिबा का सत्तारूढ़ गठबंधन 248 सीटों वाले उच्च सदन में बहुमत हासिल नहीं कर सका था।लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी सोमवार को नेतृत्व के लिए चुनाव कराने वाली थी। इस मामले पर फैसला लेने से एक दिन पहले ही इस्तीफे की खबरें आने लगी हैं। अगर इशिबा का इस्तीफा मंजूर हो जाता है, तो यह उनके खिलाफ एक तरह का अविश्वास प्रस्ताव होगा।

जापान की राजनीतिक में अनिश्चित

इशिबा के इस्तीफे के बाद, जापान में तब तक राजनीतिक अनिश्चितता बनी रहेगी जब तक एलडीपी अपना उत्तराधिकारी नहीं चुन लेती। एलडीपी के कई सांसद खुद को अगले प्रधानमंत्री के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, पार्टी के किसी भी सांसद को अपनी उम्मीदवारी के लिए कम से कम 20 अन्य सांसदों के समर्थन की आवश्यकता होगी।

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एलडीपी ने खो दिया है बहुमत

पार्टी नेता चुने जाने के बाद, उम्मीदवार को प्रधानमंत्री बनने के लिए संसदीय वोट प्राप्त करना होगा। हालाँकि एलडीपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने अपना बहुमत खो दिया है, फिर भी निचले सदन में उसकी सीटों का हिस्सा सबसे ज़्यादा है, जिससे उसके उम्मीदवार के जीतने की संभावना तो है, लेकिन जीत की कोई गारंटी नहीं है।

अगले एलडीपी नेता की प्राथमिकता सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए समर्थन हासिल करना होगी। अक्टूबर 2024 में जब इशिबा ने पदभार संभाला था, तब भी पार्टी बहुमत में नहीं थी। इसलिए, 1955 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार एलडीपी को गठबंधन में सरकार बनानी पड़ी।

इस दौड़ में कौन से नाम महत्वपूर्ण हैं?

सत्तारूढ़ दल के संभावित उम्मीदवारों में पूर्व गृह मंत्री साने ताकाइची, कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी और पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री ताकायुकी कोबायाशी शामिल हैं। वर्तमान में, मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी और वित्त मंत्री कात्सुनोबु काटो भी इशिबा के उत्तराधिकारी बन सकते हैं।

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