Iraq News: एक बार फिर इराक में उस मस्जिद का निर्माण कराया गया जिसे दाएश ने बम से उड़ा दिया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने सोमवार को मोसुल के पुराने शहर में ऐतिहासिक अल-नूरी ग्रैंड मस्जिद और इसकी प्रसिद्ध झुकी हुई मीनार का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया, बताया जा रहा है कि इस एतिहासिक मस्जिद को 2017 में आईएस (इस्लामिक स्टेट) (दाएश) आतंकवादियों द्वारा नष्ट कर दिया गया था। जिसके ठीक 8 साल बाद दुबारा निर्माण किया गया।
850 साल पुरानी थी मस्जिद
आपकी जानकारी जे लिए बता दें, करीब 850 सालों तक, यह झुकी हुई मीनार मोसुल की पहचान मानी जाती थी। लेकिन 2017 में, जब इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों को इराकी सेना के हाथों हार का सामना करना पड़ा, तो उन्होंने इस मस्जिद को बम से तहस नहस कर दिया था। वहीँ खास बात ये है कि, यूनेस्को ने इराकी विरासत विभाग और सुन्नी धार्मिक अधिकारियों के साथ मिलकर मस्जिद के पुनर्निर्माण में अहम रोल अदा किया। मीनार के पुनर्निर्माण में पारंपरिक तकनीकों और मलबे से निकाले गए पत्थरों का भी इस्तेमाल किया गया। वहीँ यूनेस्को ने इस परियोजना के लिए 115 मिलियन डॉलर जुटाए, जिसमें सबसे बड़ा योगदान संयुक्त अरब अमीरात और यूरोपीय संघ से आया।
बाल-बाल बचे! पुणे से दिल्ली आ रही थी SpiceJet फ्लाइट, कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग
जानिए क्या बोले प्रधानमंत्री
उद्घाटन के मौके पर, प्रधानमंत्री सुदानी ने कहा कि इस मस्जिद का पुनर्निर्माण हमेशा इराकियों के साहस और अपनी भूमि की रक्षा का प्रतीक रहेगा। हम संस्कृति को बढ़ावा देने, अपनी विरासत को प्रदर्शित करने और युवाओं को नवाचार के अवसर प्रदान करने का प्रयास करते रहेंगे। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने ये भी कहा, दाएश के आतंकवादियों ने कभी इराक और सीरिया में ब्रिटेन के आधे हिस्से के बराबर क्षेत्रफल पर कब्ज़ा कर रखा था। वो अपनी क्रूरता के लिए कुख्यात थे। इसमें नागरिकों का सिर कलम करना, महिलाओं को गुलाम बनाना और हज़ारों महिलाओं, खासकर यज़ीदी समुदाय के साथ बलात्कार करना शामिल था।