Saudi Arab Crown Prince Meets Donald Trump: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सालों के बाद वॉशिंगटन पहुंचे. जहां, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनका भव्य स्वागत ‘स्टेट विजिट’ की तरह किया. इसके साथ ही व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने 9/11 हमलों में सऊदी अरब की कथित भूमिका को लेकर भी जिक्र किया.
9/11 पर ट्रंप को रोककर क्या दिया जवाब?
एबीसी की रिपोर्टर मैरी ब्रूस ने जब 9/11 हमलों में सऊदी अरब की भूमिका को लेकर सवाल किया, तो इस सवाल को लेकर ट्रंप बेहद ही नाराज़ हो गए और उन्होंने तुरंत ही रिपोर्टर को ‘फ़ेक न्यूज़’ कहा. लेकिन, जैसे ही ट्रंप इस सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने उन्हें बीच में रोका और खुद इस सवाल का जवाब देते हुए नज़र आए.
ओसामा बिन लादेन पर क्राउन प्रिंस का बयान
क्राउन प्रिंस ने 9/11 के हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दुख जताया और साथ ही ओसामा बिन लादेन को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि “अल-क़ायदा के नेता और 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन ने ‘सऊदी के लोगों का इस्तेमाल, ताकि अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्ते पूरी तरह से खराब हो जाएं. इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा करते हुए कहा कि ओसामा बिन लादेन का जन्म सऊदी अरब के एक धनी परिवार में हुआ था.
रिपोर्टर को ट्रंप ने किस बात पर लगाई फटकार
ख़ाशोज्जी की हत्या से जुड़े सवाल पर ट्रंप ने कहा था कि ख़ाशोज्जी “काफ़ी विवादित थे” और क्राउन प्रिंस को इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते थे. इस सवाल को लेकर ट्रंप रिपोर्टर को “मेहमान को शर्मिंदा करने” के लिए फटकार लगाते हुए भी नज़र आए.
लेकिन, क्राउन प्रिंस ने बाद में इस सावल पर जवाब देते हुए कहा कि किसी का “बिना वजह और ग़ैर-क़ानूनी तरीके से मारा जाना सबसे ज्यादा दर्दनाक माना जाता है”. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि सऊदी अरब ने जांच की, सिस्टम में सुधार किया और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि “ऐसी गलती दोबाना नहीं होनी चाहिए”. क्राउन प्रिंस ने सऊदी अरब के लिए भी एक “बहुत बड़ा और दर्दनाक हादसा” बताने का जिक्र किया.
क्या है यात्रा का मुख्य उद्देश्य और विवाद?
यह यात्रा ऐसे समय में हुई जब अमेरिकी इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रिंस सलमान ने साल 2018 में ख़ाशोज्जी की अपहरण और हत्या को पूरी तरह से मंज़ूरी दे दी थी, जिसे सऊदी अरब ने अस्वीकार कर दिया था.
हांलाकि, इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य ट्रंप के पिछले सऊदी अरब दौरे को पूरी तरह से आगे बढ़ाना है, जिसके दौरान 142 अरब डॉलर के हथियार सौदे की घोषणा की गई थी. इस बीच, ख़ाशोज्जी की पत्नी ने क्राउन प्रिंस से अपने पति की हत्या के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के साथ-साथ मुआवज़ा देने की अपील भी की है.

