Ayatollah Ali Khamenei on Trump Claim: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली ख़ामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि अमेरिका ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर बमबारी की और उन्हें नष्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि ‘यह केवल सपनों की बात है’. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली ख़ामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफ्रॉम एक्स पर एक पोस्ट लिखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा है कि उन्होंने ईरान के परमाणु उद्योग पर बमबारी की और उसे नष्ट कर दिया. बहुत अच्छी बात है, लेकिन यह सिर्फ आपके सपनों में है.
अमेरिका और ईरान के बीच लगातार बढ़ रहा तनाव
खामेनई के इस बयान को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बड़बोलेपन को करारा जवाब माना जा रहा है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब परमाणु कार्यक्रम और मध्य पूर्व की स्थिरता को लेकर अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है. ख़ामेनेई ने ईरानी युवाओं और वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की भी प्रशंसा की और कहा कि इन उपलब्धियों ने ईरानी लोगों को गर्व और खुशी दी है. ख़ामेनेई ने कहा कि ईरान के ‘पदक विजेताओं ने चाहे वे खेल के क्षेत्र में हों या विज्ञान के लोगों को खुशी दी है. यह बहुत महत्वपूर्ण है.
यह भी पढ़ें :-
किसने चलवाया White House पर बुलडोजर? नाम सुन अमेरिकी भी दंग
खामेनेई ने ट्रंप को दिया करारा जवाब
उन्होंने इसे सॉफ्ट वॉर के दौरान जनता का मनोबल बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने कहा कि एक सॉफ्ट वॉर में दुश्मन लोगों को हतोत्साहित करने और उनकी क्षमताओं पर से उनका विश्वास हटाने की कोशिश करता है. लेकिन ईरानी एथलीट और वैज्ञानिक दुश्मन के प्रयासों के सीधे विरोध में काम करने में सफल रहे. खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति की हालिया यात्रा पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने अपने झूठे शब्दों और दिखावटी कार्यों के जरिए अधिकृत फ़िलिस्तीन में निराश ज़ायोनी लोगों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की. उन्होंने याद दिलाया कि 12-दिवसीय युद्ध के दौरान जायोनी ताकतों को एक ऐसा ज़बरदस्त झटका लगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी. वे उम्मीद खो चुके थे और ट्रम्प उन्हें निराशा से उबारने की कोशिश कर रहे थे.
ईरानी मिसाइलों का जिक्र कर खामेनेई ने क्या कहा?
ईरानी मिसाइलों का ज़िक्र करते हुए खामेनेई ने कहा कि ज़ायोनी यह उम्मीद नहीं कर रहे थे कि ईरानी युवाओं द्वारा बनाई गई मिसाइलें उनके संवेदनशील अनुसंधान केंद्रों को राख में बदल देंगी. उन्होंने कहा कि ईरानी मिसाइलों ने कई महत्वपूर्ण ज़ायोनी केंद्रों में घुसपैठ की और उन्हें नष्ट कर दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि ये मिसाइलें पूरी तरह से ईरानी युवाओं द्वारा बनाई गई थीं और इन्हें कहीं से खरीदा नहीं गया था. सशस्त्र बलों ने इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया है, और ज़रूरत पड़ने पर भविष्य में भी इनका इस्तेमाल होता रहेगा.
यह भी पढ़ें :-