संजय त्यागी का रिपोर्ट, Hapur News: हापुड़ शहर के रफीक नगर क्षेत्र में रविवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक 17 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया और मोहल्ले में मातमी सन्नाटा पसर गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रफीक नगर निवासी दिव्या (17 वर्ष) स्वर्ग आश्रम रोड स्थित एक इंटर कॉलेज में कक्षा 12 की छात्रा थी। रविवार दोपहर परिजनों ने जब उसे कमरे से बाहर बुलाया तो कोई उत्तर नहीं मिला। परिजनों ने कमरे का दरवाजा खोलकर देखा तो दिव्या का शव फंदे से लटका हुआ मिला। यह दृश्य देखकर परिजनों के होश उड़ गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही हापुड़ कोतवाली प्रभारी मुनीष प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने शव को नीचे उतरवाकर कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि, “मामले की जांच की जा रही है। आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। स्थानीय लोगों के अनुसार, दिव्या पढ़ाई में होनहार और खुशमिजाज स्वभाव की थी। उसकी अचानक मौत से सभी स्तब्ध हैं। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है और घर में गहरा मातम छा गया है।
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बच्चों पर बढ़ता तनाव
दिव्या जैसी होनहार छात्रा का यूँ अचानक यह कदम उठाना कई सवाल खड़े करता है। आज के दौर में छात्रों पर पढ़ाई, करियर और सामाजिक दबाव तेजी से बढ़ रहे हैं। अभिभावकों और शिक्षकों को चाहिए कि वे बच्चों से खुलकर संवाद करें, उनकी भावनाओं को समझें और तनाव को समय रहते दूर करने का प्रयास करें। समाज और परिवार को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बच्चा अकेलेपन और मानसिक दबाव के कारण अपनी जान न गंवाए।