US Open 2025: भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी युकी भांबरी (Yuki Bhambri) ने यूएस ओपन 2025 में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।भारत के युकी भांबरी बुधवार को यूएस ओपन 2025 के पुरुष युगल क्वार्टर फाइनल में कड़े मुकाबले में जीत के साथ अपने पहले ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल में पहुँच गए। इस तरह उन्होंने इतिहास रच दिया है। यह सफलता उन्होंने 14वीं वरीयता प्राप्त जोड़ीदार न्यूजीलैंड के माइकल वीनस (Michael Venus) के साथ मेंस डबल्स मुकाबले में हासिल की। न्यूज़ीलैंड के माइकल वीनस ने न्यूयॉर्क में दो घंटे 39 मिनट तक चले मैराथन मुकाबले में क्रोएशिया के निकोला मेक्टिक और अमेरिका के राजीव राम की 11वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को 6-3, 6(6)-7(8), 6-3 से हराया।
यह वाकई एक कड़ा मुकाबला था-भांबरी
मैच के बाद बोलते हुए, युकी भांबरी आगे आए और बताया कि मैच कितना मुश्किल था और उन्होंने अपने साथी माइकल वीनस के साथ अपनी लंबी साझेदारी के बारे में भी बात की। भांबरी ने मैच के बाद कहा, “यह बहुत तनावपूर्ण था, दिमाग में कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा था। यह वाकई एक कड़ा मुकाबला था। हमारे विरोधियों ने कई ग्रैंड स्लैम चैंपियन होने के अपने विशाल अनुभव के बावजूद हमारे लिए इसे बेहद मुश्किल बना दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “हम 15 सालों से ज़्यादा समय से दोस्त हैं और साथ में प्रतिस्पर्धा शुरू करने का यह सही समय लगा। मैं कोर्ट पर उनके साथ रहकर वाकई खुश हूँ। एक प्रतिद्वंद्वी के रूप में कई बार उनका सामना करने के बाद, मैं उनके खिलाफ नहीं होना चाहता। वाशिंगटन में हुए अमेरिकी ग्रीष्मकालीन टूर्नामेंट से शुरू होकर अब तक का यह सफ़र शानदार रहा है और हम साथ मिलकर की गई प्रगति से खुश हैं।”
चोटों से बुरी तरह प्रभावित रहा है एकल करियर
युकी भांबरी के लिए यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि उनका एकल करियर चोटों से बुरी तरह प्रभावित रहा है। 33 वर्षीय भांबरी अपने एकल करियर में कभी किसी ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ में पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाए थे, लेकिन उन्होंने युगल में अपनी प्रतिभा साबित की है और पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में प्रवेश किया है। इसके अलावा, वह फ्रेंच ओपन और विंबलडन में तीसरे दौर तक पहुँच चुके हैं।
दिल्ली में हुआ था जन्म
इन पदक को कर चुके हैं अपने नाम
2008 के राष्ट्रमंडल युवा खेलों में युगल और एकल स्पर्धाओं में युकी भांबरी ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता। 2009 में उन्होने ऑस्ट्रेलियन ओपन जूनियर चैम्पियनशिप जीती और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने। 2010 में उन्होने युवा ओलंपिक खेलों में एकल स्पर्धा में रजत पदक अर्जित किया। वहीं 2014 एशियाई खेलों में एकल और युगल स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते । एकल में 7 एटीपी चैलेंजर टूर और 12 आईटीएफ फ्यूचर्स सर्किट खिताब जीते तथा युगल स्पर्धा में 6 एटीपी चैलेंजर टूर और 1 आईटीएफ फ्यूचर्स सर्किट खिताब जीते।

