Men’s vs Women’s Cricket Differences: पुरूषों और महिलओं के क्रिकेट की भावना और बुनियादी नियम एक जैसे है. लेकिन कई मुख्य अंतर हर फॉर्मट को उसका अनोखा कैरेक्टर देते है. मैदान की साइस, गेंद की वजन, बाउंड्री की दूरी, पावरप्ले के नियम और टेस्ट मैच के नियम ये सभी अलग-अलग स्ट्रैटेजी और एक्साइटमेंट के लेवल में योगदान देते है. पुरूष के क्रिकेट में बड़ी बाउंड्री भारी गेंदें और तेज बॉलिंग स्पीड होती है. जबकि महिला का क्रिकेट छोटी बाउंड्री और हल्की गेंदों का इस्तेमाल करता है ताकि कॉम्पिटिटिव स्कोरिंग, स्विंग बॉलिंग और टैक्टिकल सटीकता को बढ़ावा मिल सकता है.
गेंद के वजन में अंतर
महिलाओं के क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली गेंद का वजन 140 से 151 ग्राम के बीच होना चाहिए. पुरुष के क्रिकेट में गेंद का वजन 156 से 163 ग्राम के बीच होता है. इसी तरह महिलाओं के क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली गेंद की परिधि 21.0 cm और 22.5 cm के बीच होती है. पुरुषों के क्रिकेट में गेंद की परिधि 22.4 और 22.9 cm के बीच होनी चाहिए.
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बाउंड्री में 18 मीटर तक का अंतर
महिलाओं और पुरुषों के क्रिकेट में बाउंड्री की लंबाई में अंतर होता है. महिलाओं के क्रिकेट में बाउंड्री 54.86 और 64 मीटर के बीच होती है. पुरुषों के क्रिकेट में बाउंड्री 59 मीटर से 82 मीटर तक हो सकती है.
बल्ले का वजन 1.40 kg से ज़्यादा नहीं होना चाहिए
यह ध्यान देने वाली बात है कि ICC द्वारा बल्ले के लिए बनाए गए नियम पुरुषों और महिलाओं के क्रिकेट में कोई अंतर नहीं करते है. नियमों के अनुसार बल्ले की अधिकतम लंबाई 38 इंच और चौड़ाई 4.25 इंच (10.8 cm) होती है. बल्ले का वजन 1.1 से 1.4 किलोग्राम के बीच हो सकता है. हालांकि ज़्यादातर महिला क्रिकेटर लगभग 1.10 kg वजन वाले बल्ले का इस्तेमाल करती है. ज़्यादातर पुरुष क्रिकेटर लगभग 1.20 kg वजन वाले बल्ले से खेलते है.
फॉलो-ऑन के लिए 150 रन काफी
महिलाओं और पुरुषों के टेस्ट क्रिकेट में भी अंतर हैं. महिलाओं के टेस्ट मैच 4 दिन के होते हैं, जबकि पुरुषों के टेस्ट मैच 5 दिन के होते है. इसी तरह महिलाओं के टेस्ट मैचों में हर दिन 100 ओवर फेंकने का नियम है. पुरुषों के टेस्ट मैचों के लिए यह नियम 90 ओवर का है. महिलाओं के टेस्ट मैचों में 150 रनों के अंतर पर फॉलो-ऑन का नियम लागू होता है. पुरुषों के टेस्ट क्रिकेट में फॉलो-ऑन के लिए कम से कम 200 रनों की बढ़त जरूरी होती है.
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गेंदबाज़ी के समय में अंतर
महिलाओं के टेस्ट मैचों में प्रति घंटे औसतन 17 ओवर फेंके जाने चाहिए. जो पुरुषों के टेस्ट मैचों से 2 ओवर ज़्यादा है. महिलाओं के टेस्ट मैचों में एक ओवर फेंकने के लिए औसतन 3.6 मिनट का समय दिया जाता है. पुरुषों के मैचों में यह समय औसतन 4 मिनट होता है. इसके अलावा खिलाड़ियों के मैदान से बाहर रहने पर अलग-अलग पेनल्टी टाइम होता है. महिलाओं के टेस्ट मैचों में इसके लिए ज़्यादा से ज़्यादा 110 मिनट का समय दिया जाता है, जबकि पुरुषों के मैचों में यह 120 मिनट होता है.