Pahalgam Terror Attack: भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि हमारी पूरी टीम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ी है. टीम ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत को आर्मी को समर्पित किया. दुबई में खेले गए इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को मुकाबले में बड़ी आसानी के साथ 7 विकेट से हरा दिया.
क्या कहा भारतीय कप्तान ने ?
यादव ने मैच के बाद इंटरव्यू में कहा, “हम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं. हम अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं. हम इस जीत को अपने सभी देश के जवानों को समर्पित करना चाहते हैं जिन्होंने अपनी जी-जान लगा दी. उम्मीद है कि वे हमें प्रेरित करते रहेंगे और जब भी हमें उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का अवसर मिलेगा, हम उनके साथ खड़े रहेंगे.”
अपने कप्तान के शब्दों को दोहराते हुए भारतीय कोच गौतम गंभीर ने भी कहा कि टीम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के हमेशा साथ खड़ी है और उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद भी दिया.
टीम के कोच का बयान
गंभीर ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से बात-चीत में कहा, “यह मैच हमारे लिए अहम था क्योंकि एक टीम के तौर पर हम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी एकजुटता दिखा सकते थे, उन सब के लिए जो उन्होंने झेला है. इससे भी ज़रूरी यह है कि हम अपने देश की सेनाओं को उनके सफल ऑपरेशन सिंदूर के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं, और मुझे यकीन है कि हम अपने देश को खुश करने और उसका नाम रोशन करने की कोशिश करेंगे.”
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रविवार को हुए मुकाबले के टॉस के दौरान अपने कट्टर विरोधी टीम के कप्तान सलमान आगा से हाथ मिलाने से भी इनकार कर दिया था.
आंखें मिलाने से भी किया इनकार
इंटरनेशनल क्रिकेट में मैचों से पहले टॉस करने के दौरान दोनों टीमों के कप्तान हाथ मिलाते हैं और यह कोई ख़ास नियम नहीं है. इस दौरान, दोनों टीमों के कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया और आंख मिलाने से भी इनकार कर दिया. इस साल 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमलों के बाद, रविवार को पहली बार दोनों कट्टर विरोधी टीमें एक दुसरे के आमने-सामने आईं.
पिछले महीने, भारत ने एक नई स्पोर्ट्स पॉलिसी की घोषणा की, जिसके तहत भारतीय टीमों और एथलीटों को पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी, लेकिन वे इंटरनेशनल टूर्नामेंटों में उनके साथ खेल सकते हैं. इसने भारतीय खिलाड़ियों के पाकिस्तान जाने पर भी बैन लगा दिया और पड़ोसी देश की टीमों और खिलाड़ियों की मेज़बानी करने से भी मना कर दिया.