Harshit Rana: हर्षित राणा का जन्म 22 दिसंबर 2001 को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर के पास घेवरा में हुआ था. वह एक साधारण परिवार में पले-बढ़े और उनके पिता प्रदीप राणा जो कि पहले CRPF में हैमर थ्रोअर और वेटलिफ्टर का काम करते थे. हर्षित ने 10 साल से ट्रेनिंग शुरू कर दिया था. वह कीर्ति नगर की एक लोकल एकेडमी में शामिल हो गए. जो उनके पहले कोच ‘शेरवानी सर’ ने उन्हे गाइड किया है.
हर्षित राणा और गौतम गंभीर का रिश्ता KKR (कोलकाता नाइट राइडर्स) से जुड़ा है. जहां गंभीर मेंटर थे और राणा टीम का हिस्सा है. इससे अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या राणा को गंभीर की वजह से इंडियन टीम में मौके मिल रहे है. हालांकि कई पूर्व खिलाड़ियों और खुद राणा ने कहा है कि उनका सिलेक्शन उनके परफॉर्मेंस के आधार पर हुआ है और गंभीर ने भी इस बात पर ज़ोर दिया है कि राणा मेरिट के आधार पर टीम में है और उन्हें बॉलिंग ऑलराउंडर के तौर पर तैयार किया जा रहा है, एक ऐसा फैसला जिसकी आलोचना हुई है, लेकिन गंभीर ने इस आलोचना को ‘शर्मनाक’ कहा है.
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जब गौतम गंभीर टीम इंडिया के कोच बने तो हर्षित राणा को भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने का मौका मिला है. वह जल्द ही तीनों फॉर्मेट में खेलने वाले कुछ खिलाड़ियों में से एक बन गए है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की ODI सीरीज खत्म होने के बाद गौतम गंभीर ने साफ किया किया कि टीम मैनेजमेंट लगातार हर्षित को मौके दे रहा है क्योंकि वह अपनी बॉलिंग के साथ साथ अच्छी बैटिंग भी कर सकते है.
गंभीर हर्षित को नंबर 8 पोजीशन के लिए एक लॉन्ग-टर्म सॉल्यूशन के तौर पर देखते है, खासकर 2027 ODI वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए, उनकी ‘बॉलिंग ऑलराउंडर’ के तौर पर क्षमता को देखते हुए.
गौतम गंभीर ने क्या कहा?
भारत की सीरीज जीत के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेस मे गंभीर ने कहा कि ‘यही एक वजह है कि हम शायद हर्षित जैसे किसी खिलाड़ी को डेवलप करने की कोशिश कर रहे हैं, जो असल में नं बर 8 पर बैटिंग कर सके और नंबर 8 पर बल्ले से योगदान दे सके. हमें इसी तरह का बैलेंस बनाने की जरूरत है क्योंकि जब हम दो साल बाद साउथ अफ्रीका जाएंगे, तो हमें तीन प्रॉपर सीमर की भी जरूरत होगी. अगर वह एक बॉलिंग ऑलराउंडर के तौर पर डेवलप होता रहता है, तो इससे हमें बहुत बड़ा बूस्ट मिलेगा. क्योंकि ज़ाहिर है, जसप्रीत बुमराह की वापसी के साथ और हमने इस सीरीज में अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित से जो देखा, वह अविश्वसनीय था.’ जबकि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी खिलाड़ी 50 ओवर के फॉर्मेट से बाहर है, गंभीर ने यह मानने में कोई झिझक नहीं दिखाई कि वह हर्षित, प्रसिद्ध, अर्शदीप वगैरह को उनके वनडे अनुभव की कमी के कारण ज़्यादा मौके देना चाहते है.
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गंभीर ने कहा कि ‘इन तीनों खिलाड़ियों के पास ज़्यादा अनुभव नहीं है, खासकर 50 ओवर के फॉर्मेट में, इन तीनों गेंदबाजों ने मुश्किल से 15 से कम वनडे खेले हैं, लेकिन उन्होंने शानदार काम किया है. इसलिए मुझे लगता है कि अगर हम हर्षित जैसे किसी खिलाड़ी को नंबर 8 पर तैयार कर सकें, जो बल्ले से भी योगदान दे सके, तो मुझे लगता है कि इससे हमें सही बैलेंस भी मिलेगा. देखते है मुझे लगता है कि अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है.’
चोटों से परेशान
भले ही लोग हर्षित राणा पर पक्षपात का आरोप लगाते हैं, लेकिन राणा ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष किया है. राणा ने अपनी पीठ के निचले हिस्से में बार-बार होने वाली ग्लूट चोटों के लिए कड़ी रिहैबिलिटेशन किया है. इस चोट की वजह से वह 12-14 साल की उम्र में दिल्ली की U-14 और U-16 टीमों से बाहर रहे है. वह इलाज के लिए रोज़ाना 42 किमी गुड़गांव जाते थे, जो उनके साहस और समर्पण को दिखाता है. अपनी किशोरावस्था के आखिर तक क्रिकेट उनका मुख्य फोकस बन गया था. स्कूल के अलावा उन्होंने कोई औपचारिक उच्च शिक्षा हासिल नहीं की है.
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राणा ने दिल्ली के एज-ग्रुप क्रिकेट में अपने कौशल को निखारा लेकिन चोटों ने उन्हें शुरुआती दिक्कतें दीं. उन्हें पहली बार पहचान तब मिली जब टीम के साथी नीतीश राणा ने 2022 में KKR के असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर को उनके बारे में बताया है. घायल रसिक सलाम की जगह साइन किए जाने के बाद उन्होंने 2022 में 20 साल की उम्र में IPL में डेब्यू किया है. उनका घरेलू सीनियर डेब्यू बाद में हुआ, जिससे उन्हें पहचान मिली। KKR ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और 2023 में उन्हें 20 लाख रुपये में रिटेन किया है.