IPL Auction 2026: IPL मिनी ऑक्शन 2026 रिकॉर्डतोड़ सौदों और अनकैप्ड खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के साथ संपन्न हुआ. कैमरून ग्रीन ₹25.2 करोड़ में IPL इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने, जबकि मथीशा पथिराना को KKR ने ₹18 करोड़ में खरीदा. इससे पहले वेंकटेश अय्यर (₹23.75 करोड़) और ऋषभ पंत (₹27 करोड़) जैसे रिकॉर्ड बने, जिसमें पंत सबसे महंगे खिलाड़ी रहे. पिछले दो दशकों में IPL में खिलाड़ियों की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. शुरुआती सीज़न में जहां सीमित रकम में खिलाड़ी खरीदे जाते थे, वहीं अब फ्रेंचाइज़ी स्टार और संभावित टैलेंट पर खुलकर निवेश कर रही हैं, जो लीग की बढ़ती वैल्यू और लोकप्रियता को दर्शाता है. आइए 18 सीज़न में IPL ऑक्शन के इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ियों पर एक नज़र डालते हैं.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खिलाड़ियों की कीमतों का सफर पिछले दो दशकों में जबरदस्त बदलाव और तेज़ उछाल की कहानी कहता है. शुरुआती सीज़न में जहां कुछ करोड़ रुपये की बोली सुर्खियां बनती थी, वहीं अब 20–27 करोड़ रुपये की डील आम बात हो चुकी है. यह बदलाव न सिर्फ लीग की बढ़ती लोकप्रियता को दिखाता है, बल्कि फ्रेंचाइज़ियों की जोखिम लेने की मानसिकता और खिलाड़ियों पर बढ़ते दबाव को भी उजागर करता है.
कैप्टन कूल (महेंद्र सिंह धोनी) थे पहले सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी (2008)
भारत और चेन्नई सुपर किंग्स के आइकॉनिक कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 2008 में पहले IPL ऑक्शन में सबसे ज़्यादा सैलरी पाने वाले क्रिकेटर बने थे. CSK ने धोनी को $1.5 मिलियन (तब लगभग 13 करोड़ रुपये) में खरीदा था. यह लीग की सबसे सफल साझेदारी की शुरुआत थी, क्योंकि धोनी ने CSK को पाँच IPL ट्रॉफियां दिलाईं.
शुरुआती दौर से बढ़ती कीमतें
IPL के इतिहास में 2011 एक बड़ा मोड़ साबित हुआ, जब कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने गौतम गंभीर को ₹14.9 करोड़ में खरीदा. यह उस समय का रिकॉर्ड था और भारतीय खिलाड़ियों की बढ़ती वैल्यू का संकेत भी. इसके बाद 2012 में रविंद्र जडेजा ₹12.8 करोड़ में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) पहुंचे. 2013 में ग्लेन मैक्सवेल ₹6.3 करोड़ में मुंबई इंडियंस से जुड़े, जबकि युवराज सिंह ने 2014 (₹14 करोड़, RCB) और 2015 (₹16 करोड़, दिल्ली) में सबसे महंगे खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा.
विदेशी खिलाड़ियों पर भी खुला खजाना
IPL में सिर्फ भारतीय ही नहीं, विदेशी खिलाड़ियों पर भी फ्रेंचाइज़ियों ने खुलकर पैसा लुटाया. 2016 में शेन वॉटसन ₹9.5 करोड़ में RCB के साथ जुड़े. बेन स्टोक्स ने 2017 और 2018 में क्रमशः ₹14.5 करोड़ (RPS) और ₹12.5 करोड़ (RR) में दबदबा बनाया. 2019 में जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती ₹8.4 करोड़ में टॉप रहे. इसके बाद 2020 में पैट कमिंस ने KKR से ₹15.5 करोड़ पाए, और 2021 में क्रिस मॉरिस ने RR के लिए ₹16.25 करोड़ लेकर नया रिकॉर्ड बनाया.
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— IndianPremierLeague (@IPL) December 9, 2025
हालिया वर्षों में रिकॉर्ड की बाढ़
2022 में ईशान किशन ₹15.25 करोड़ में मुंबई इंडियंस में लौटे. 2023 में सैम करन ₹18.5 करोड़ में सबसे महंगे खिलाड़ी बने. 2024 में मिचेल स्टार्क ने ₹24.75 करोड़ में KKR के साथ जुड़कर रिकॉर्ड तोड़ा, लेकिन 2025 में ऋषभ पंत ने ₹27 करोड़ में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के साथ करार कर IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी का तमगा अपने नाम कर लिया.
हर सीज़न का सबसे महंगा खिलाड़ी
2008 में एमएस धोनी (₹9.5 करोड़) से शुरू होकर 2025 में ऋषभ पंत (₹27 करोड़) तक, हर सीज़न में कीमतों का ग्राफ ऊपर ही गया है. यह दर्शाता है कि IPL अब सिर्फ क्रिकेट लीग नहीं, बल्कि एक बड़ा बिज़नेस मॉडल बन चुका है, जहां ब्रांड वैल्यू, कप्तानी क्षमता और भविष्य की संभावनाएं कीमत तय करने में अहम भूमिका निभाती हैं.
क्या बड़ा पैसा हमेशा सही साबित होता है?
हालांकि, IPL बार-बार यह साबित करता है कि बड़ी रकम हमेशा बड़े प्रदर्शन की गारंटी नहीं होती. ऑक्शन में भारी कीमतें उम्मीदें बढ़ाती हैं, लेकिन मैदान पर नतीजे कई बार इसके उलट नजर आते हैं.
ऋषभ पंत (27 करोड़, LSG)
इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बनने के बाद ऋषभ पंत पर जबरदस्त दबाव था. कप्तानी की जिम्मेदारी के साथ उनसे रन और लीडरशिप दोनों की उम्मीद की जा रही थी. पंत ने 14 मैचों में 269 रन बनाए, जिसमें एक शानदार 118* की पारी शामिल थी. हालांकि, बाकी मैचों में उनका प्रदर्शन अस्थिर रहा. एक यादगार शतक के बावजूद कंसिस्टेंसी की कमी, स्ट्राइक रेट और कप्तानी को लेकर सवाल उठे. भारी प्राइस टैग के कारण उनके हर प्रदर्शन को पैसों से जोड़कर देखा गया.
वेंकटेश अय्यर (23.75 करोड़, KKR)
वेंकटेश अय्यर का मामला दिखाता है कि ऊंची कीमत खिलाड़ी पर कितना दबाव डाल सकती है. KKR ने उन्हें ₹23.75 करोड़ में खरीदा था, लेकिन उनका सीज़न निराशाजनक रहा. 11 मैचों में उन्होंने 142 रन बनाए और गेंदबाजी में भी खास योगदान नहीं दे पाए. नतीजतन, अगले ऑक्शन में उनकी कीमत गिरकर ₹7 करोड़ रह गई, यानी 70% से ज्यादा का नुकसान.
सैम करन (18.5 करोड़, PBKS)
सैम करन ने 2023 में ऑलराउंड प्रदर्शन तो किया, लेकिन वह भी पूरी तरह अपने प्राइस टैग को जस्टिफाई नहीं कर पाए. 276 रन और 10 विकेट के बावजूद उनकी परफॉर्मेंस में निरंतरता की कमी रही, खासकर गेंदबाजी में.