ACC President Mohsin Naqvi: एशिया कप 2025 भारत जीत गई लेकिन कब तक ट्रॉफी मिलेगी ये किसी को पता नहीं है. दरअसल, एशिया कप के 41 वर्षों के इतिहास में पहली बार भारत और पाकिस्तान फाइनल में पहुंची थी. जहां काफी रोमांचक मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों ने ACC President और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इन्कार कर दिया. करीब डेढ़ घंटे के इतंजार के बाद एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी (ACC President Mohsin Naqvi) ट्रॉफी अपने फरार हो गए.
खत्म नहीं हो रहा विवाद (asia cup trophy controversy)
ट्रॉफी को लेकर बीसीसीआई और पाकिस्तान के गृह मंत्री, PCB और ACC President मोहसिन नक़वी के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अब जानकारी सामने आ रही है कि मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी को दुबई स्थित एसीसी कार्यालय में बंद कर दिया है और इसे व्यक्तिगत रूप से भारत या बीसीसीआई को सौंपना चाहते हैं. नकवी के एक करीबी सूत्र ने पीटीआई को बताया कि आज तक ट्रॉफी एसीसी के दुबई कार्यालय में है.नकवी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उनकी अनुमति और व्यक्तिगत उपस्थिति के बिना इसे किसी को नहीं सौंपा जाना चाहिए.
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नकवी ने क्या कहा? (ACC President Mohsin Naqvi say)
इसको लेकर नकवी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब भी ऐसा होगा वह व्यक्तिगत रूप से भारतीय टीम या बीसीसीआई को ट्रॉफी सौंपेंगे. इस बीच ये भी जानकारी सामने आ रही है कि नकवी के इस रवैये से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) बिल्कुल भी खुश नहीं है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. बीसीसीआई अपनी अगली बैठक में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के समक्ष यह मुद्दा उठाएगा. हालांकि, यह देखना बाकी है कि पीसीबी या नकवी के लिए इसके दीर्घकालिक परिणाम क्या होंगे, क्योंकि बीसीसीआई का मानना है कि बीसीसीआई के आधिकारिक मेजबान होने के नाते, नकवी का भारतीय टीम को व्यक्तिगत रूप से ट्रॉफी प्रदान करने पर जोर देना गलत है.
कब शुरू हुआ मामला? (India vs Pakistan Controversy)
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर एशिया कप जीता. जीत के बाद जब ट्रॉफी प्रदान करने का समय आया तो भारतीय खिलाड़ियों ने नकवी से इसे लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर चले गए, जिससे भारतीय टीम इंतजार करती रही. इसके बाद खिलाड़ियों ने ट्रॉफी के बिना ही जश्न मनाया.
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