Home > धर्म > भूलकर भी न करें ये 6 काम, प्रेमानंद महाराज ने बताया ये कर देती हैं आदमी को पूरी तरह बर्बाद, वापस उठना होगा मुश्किल

भूलकर भी न करें ये 6 काम, प्रेमानंद महाराज ने बताया ये कर देती हैं आदमी को पूरी तरह बर्बाद, वापस उठना होगा मुश्किल

Premanand Maharaj:  इस पूरे देश में प्रेमानंद महाराज के लाखों भक्त हैं। वहीँ अगर वो कोई बात कह दें और लोग न माने तो ये संभव नहीं है। वहीँ आजकल इनके कई वीडियो सोशल मीडया पर तेजी से वायरल हो रहे है।

By: Heena Khan | Published: August 8, 2025 12:15:55 PM IST



Premanand Maharaj:  इस पूरे देश में प्रेमानंद महाराज के लाखों भक्त हैं। वहीँ अगर वो कोई बात कह दें और लोग न माने तो ये संभव नहीं है। वहीँ आजकल इनके कई वीडियो सोशल मीडया पर तेजी से वायरल हो रहे है। वहीँ आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि, संत श्री प्रेमानंद महाराज एक महान कथा वाचक हैं और वो वृंदावन के केलीकुंज स्थान पर रहते हैं। प्रेमानंद महाराज की सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियो वायरल होती हैं जिनमे वो कई अच्छी और धार्मिक शिक्षा देते हुए दिखाई देते हैं। वहीँ आपको बता दें, कि महाराज जी सत्संग के माध्यम से लोगोंं के कई बड़े  सवालों के जवाब हल हो जाते हैं। 

आज ही बनाएं इन 6 चीजों से दूरी 

वहीं, महाराज जी का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक भक्त उनसे पूछ रहा है कि वो कौन सी चीज़ें हैं जो इंसान की गरीबी का कारण बनती हैं। इस बात पर प्रेमानंद महाराज जी जवाब देते हैं कि इच्छा और वासना के विकार इंसान के जीवन में बहुत बड़ी मुसीबत का कारण बनते हैं। विकार धीरे-धीरे जीवन को मूर्खता की ओर ले जाते हैं और व्यक्ति को दरिद्र बनाते हैं। जिनमें मुख्य रूप से 6 विकार शामिल हैं- काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद और ईर्ष्या।

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जानिए क्या बोले महाराज 

इतना ही नहीं इसके अलावा महाराज जी ने कहा कि ये 6 दोष व्यक्ति के रोगी और विनाश का कारण बनते हैं। काम- जिसका मतलब है अनावश्यक इच्छाएँ, क्रोध का अर्थ है जल्दी क्रोधित होना, लोभ का मतलब है ज़रूरत से ज़्यादा चाहना, मोह- किसी से इतना जुड़ जाना कि उससे अलग होने का विचार भी न आए, मद- यानी अभिमान, मत्सर- यानी ईर्ष्या। प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि जब कोई हमसे आगे निकल जाता है तो हमारे मन में ईर्ष्या की भावना आ जाती है जो गलत है। उन्होंने कहा कि अगर हमें इन विकारों पर विजय पानी है तो हमें भजन गाना चाहिए और भगवान का नाम जपना चाहिए।

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